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फुटबॉल पर टीवी सीरियल

२५ सितम्बर २०१३

एक ओर कोलंबिया की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम 2014 के वर्ल्ड कप में क्वालिफाई करने के करीब है तो दूसरी तरफ लाखों लोग 1990 के दशक की ड्रीम टीम चुनने के लिए टीवी से चिपके हुए हैं.

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तस्वीर: imago sportfotodienst

कोलंबिया में "ला सेलेक्सियन" (फुटबॉल का सपना, भावनाओं की दुनिया) टीवी शो जबर्दस्त कामयाबी बटोर रहा है. यहां इस तरह के टीवी कार्यक्रमों को टेलिनोवेला कहते हैं. फुटबॉल के दीवाने दर्शक चार मुख्य खिलाड़ियों कार्लो वाल्डेरामा, गोलकीपर रेने हिंगुइटा, स्ट्राइकर फॉस्टिनो एस्प्रिला और मिडफील्डर फ्रेडी रिनकॉन के निजी संघर्ष और प्रेम कहानियों पर नजर टिकाए हैं. 1990 में इटली, 1994 में अमेरिका और 1998 में फ्रांस में हुए वर्ल्ड कप में यही खिलाड़ी कोलंबियाई टीम की रीढ़ थे.

वाल्डेरामा टीम के कप्तान थे और उन्हें जन्मजात अगुआ माना जाता है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उन्होंने फ्रांस, स्पेन और बाद में अमेरिकी फुटबॉल क्लबों के लिए खेला है. हिंगुइटा गोलकीपर थे जो शानदार "स्कॉर्पियन किक" और गोल पोस्ट से दूर जाने के साहसिक कारनामों के लिए विख्यात रहे. उन्होंने भी स्पेन और मेक्सिको के क्लबों के लिए खेला है. मीडिया के चहेते स्ट्राइकर एस्प्रिला भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इटली और ब्रिटेन में खेले, जबकि जिद और समर्पण के लिए विख्यात मिडफिल्डर रिनकॉन इटली, स्पेन और ब्राजील के क्लबों के लिए खेलते रहे.

कोलंबियाई टीवी सीरियल बीते सालों में मुख्य रूप में से प्रेम और ड्रग माफिया, वामपंथी गुरिल्ला, दक्षिणपंथी अर्धसैनिक बलों के संघर्ष की कहानियां ही दिखती रहीं. सीरीज के सह निर्देशक रिकार्डो कोरल का कहना है, "हम साफ साफ और जोर जोर से यह कहना चाहते हैं कि कोलंबिया केवल नशीले पदार्थों के तस्करों और अर्धसैनिक बलों से नहीं बना है. हम नजरिया बदलना चाहते हैं और कुछ नया देना चाहते हैं जिसमें उच्च आदर्श, कड़ी मेहनत, बड़ी कोशिश हो, जो हमारा प्रतिनिधित्व भी करे."

नशीले पदार्थों के तस्करों से दूर रहने में प्रोड्यूसरों को एक सीन काटना पड़ा जिसमें हिंगुइटा की कोलंबिया के सबसे विख्यात ड्रग माफिया पाब्लो एस्कोबार से मुलाकात होती है. पाब्लो की मौत हो चुकी है. 1980-1990 एक ऐसा वक्त था जब ड्रग्स के पैसे से कोलंबियाई फुटबॉल अटा पड़ा था. ऐसे में इस मुद्दे को छोड़ना मुमकिन नहीं था. कोरल ने कहा, "हमने इसका जिक्र किया लेकिन कहानी के मुख्य हिस्से के रूप में नहीं." उन्होंने माना कि कला के नाम पर कुछ छूट ली गई है और कुछ नाटकीय बदलाव किए गए हैं. इन कहानियों में बहुत ड्रामा, हास्य और व्यंग्य के साथ भावुक पल भी हैं.

सीरीज की सफलता इससे भी बहुत प्रभावित हुई है कि अभिनेता असली सितारे से कितना मिलता जुलता है. वाल्डेरामा का किरदार निभाने वाले एड्गार विटोरिनो ने कहा कि उन्हें एक राष्ट्रीय छवि का किरदार निभाते हुए थोड़ा डर लगा रहा था. उन्होंने कहा, "लोग मेरी बाकी पूरी जिंदगी या तो मुझसे प्यार करेंगे या नफरत क्योंकि मैं उनके देवता का किरदार निभा रहा था."

सीरीज का पहला हिस्सा 1993 में वर्ल्ड कप क्वालिफाइंग मैच में अर्जेंटीना के हाथों कोलंबिया को मिली 5-0 की हार के साथ खत्म हुआ. इसमें खिलाड़ी हिंगुइटा से मिलने जेल में जाते हैं. एक दोस्त की अगवा बहन को छुड़ाने में मदद करने वाले हिंगुइटा को छह महीने जेल में बिताने पड़े थे. जेल जाने की वजह से हिंगुइटा 1994 के वर्ल्ड कप न खेल सके. सीरीज का दूसरा हिस्सा 2014 के पहले हाफ में शुरू होगा और टीम के फ्रांस में हुए 1998 के वर्ल्ड कप और क्वालिफाइंग मुकाबलों की दास्तान दिखाएगी.

एनआर/ओएसजे (एएफपी)

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