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मंथन 176 में खास

५ अप्रैल २०१६

सुनने में यह साइंस फिक्शन जैसा लगता है लेकिन लकवे के शिकार लोग वाकई फिर से चलना सीख सकते हैं. जानिए कैसे, इस बार मंथन मे. साथ ही बताएंगे, क्यों नहीं लगता है बच्चों का पढ़ाई में मन.

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Deutschland Bremen DFKI Exoskelett Demonstration
तस्वीर: DW/Tatiana Ivanova

प्रोमो: मंथन 176

रीढ़ से जुड़ी समस्याएं बहुत परेशान करती हैं. जिन लोगों का रीढ़ की गंभीर चोट से सामना हुआ है उन्हें अक्सर बाकी जिंदगी व्हीलचेयर में गुजारनी पड़ती है. बहुत सारी रिसर्च के बावजूद अब तक रीढ़ की हड्डी में चोट को ठीक करने का रास्ता अब तक नहीं मिला है. ये चोट खाई नस को फिर से काम के लायक बनाने के लिए जरूरी है. लेकिन लकवे के शिकार लोगों की मदद में रिसर्चरों को थोड़ी कामयाबी जरूर मिली है. मंथन की खास रिपोर्ट में आपको दिखाएंगे कि कैसे एक्सोस्केलेटन की मदद से व्हीलचेयर में बंधे लोग अपनी जंदगी में एक चमत्कार ला सकते हैं.

बच्चों में एडीएचएस

एडीएचएस बच्चों में होने वाली एक मनोवैज्ञानिक बीमारी है. कुछ विशेषज्ञों का तो मानना है कि हर क्लासरूम में इसकी मिसाल मिलती है. इसका मुख्य लक्षण है एकाग्रता का अभाव और इसके साथ अक्सर अति चंचलता जुड़ी होती है जो ऐसे बच्चों को संभालने को माता पिता के लिए चुनौती बनाती है. ऐसे बच्चों को स्कूलों में भारी समस्या झेलनी पड़ती है. एडीएचएस को डील करने का पहला कदम है उसके बारे जानना. माता-पिता को पता होना चाहिए कि इसमें उनकी कोई गलती नहीं है. शिक्षकों को भी जरूरत होती है कि बच्चों को गाइड किया जाए. कहीं आपके बच्चे को भी एडीएचएस तो नहीं है? समझने के लिए देखिए मंथन की यह रिपोर्ट.

गोंडोला की सवारी

नदी में चप्पू से नाव चलाने का पेशा सदियों पुराना है. पर क्या आज के जमाने में किसी का सपना होता है मांझी बनना? लेकिन इटली के वेनिस में, जहां आज भी गोंडोला शहर की शान हैं, वहां गोंडोला चालकों को अपने पेशे पर नाज है. वेनिस उन शहरों में शामिल है जहां सबसे ज्यादा सैलानी जाते हैं. जो भी वहां जाता है गोंडोला की सवारी करना नहीं भूलता. ये नाव बनाने और खेने की कला 1000 साल पुरानी है. कराएंगे आपको इस बार वेनिस के गोंडोला की सैर.

कला और वास्तुकला

फर्नीचर बनाने के लिए आम तौर पर किन किन चीजों का इस्तेमाल होता है? लकड़ी, लोहा, कांच.. लेकिन कभी कचड़े से बना फर्नीचर देखा है आपने? डेनमार्क के कलाकार समुद्री पानी में जमा होने वाले कचड़े से अनोखा फर्नीचर बना रहे हैं. ज्यादातर लोगों के लिए जो गंदा कूड़ा है, भीगा हुआ, कीचड़ लगा, सड़ा हुआ सामान है, वह डिजायनर योनास एडवर्ड और निकोलाई थॉमसेन के लिए महत्वपूर्ण कच्चा माल बन गया है.

प्रोमो: मंथन 176

इसी तरह आधुनिक आर्किटेक्ट आम तौर पर इमारतें बनाने के लिए स्टील, कंक्रीट और शीशे जैसी आधुनिक चीजों का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन टिकाऊ विकास के लिए बढ़ती चेतना और जागरुकता के साथ लकड़ी की फिर से वापसी हो रही है और घर बनाने में बढ़ते पैमाने पर उसका इस्तेमाल हो रहा है. इस सब के अलावा जानिए क्या है जलीय आर्किटेक्चर या एक्वाटेक्चर, शनिवार सुबह 11 बजे डीडी नेशनल पर.