फर्नीचर के नए ट्रैंड
कोलोन में इन दिनों आईएमएम यानि अंतरराष्ट्रीय फर्नीचर मेला चल रहा है. एक झलक रहन सहन के नए चलन पर.
हाल ही में हुए एक सर्वे के अनुसार महिलाओं को तकिए और कुशन खरीदना पसंद है, तो पुरुष बहुत ज्यादा डिजाइन वाली चीजें पसंद नहीं करते. इसका प्रमाण दिखता है कोलोन के अंतरराष्ट्रीय फर्नीचर मेले में जहां 50 देशों से 1,300 प्रदर्शक पहुंचे हैं, वह भी एक लाख से ज्यादा फर्नीचरों के आइटम के साथ.
जर्मन फर्नीचर एसोसिएशन की उर्सुला गाइसमन का कहना है कि लोग भीड़ भाड़ और तेज रफ्तार वाली जिंदगी से तंग आ चुके हैं, इसलिए घर पर वे शांति का अहसास करना चाहते हैं.
इस साल मेले में पेश किए गए अधिकतर फर्नीचर आराम को ही केंद्र में रख रहे हैं. बड़े बड़े आरामदेह सोफे हैं जिन पर कई कई तकिए और गद्दियां रखी हैं. कपड़ा भी जितना नर्म उतना बेहतर.
साथ ही मेले में लाए गए फर्नीचरों में रंगों पर भी खूब ध्यान दिया गया है. भड़कीले रंगों का इस्तेमाल कम है, ऐसे रंग लोकप्रिय हैं जो आंखों को आराम का अहसास कराते हैं.
मेला भले ही फर्नीचर का है लेकिन ऐसा नहीं कि कुर्सी और मेज यूं ही लगा कर रख दी. मेले में लोगों को मनोरंजन के लिए मल्टीमीडिया शो का भी आयोजन किया गया है. कमरे सजाने के लिए कई अनोखी डिजाइनर चीजें दिखीं, जैसे कि यह शोपीस.
जर्मनी की फिटिड किचन दुनिया भर में मशहूर है. पूरी की पूरी रसोई खरीद कर लाएं और घर में लगा लें. फ्रिज, अवन, चूल्हा, सब कुछ इसमें पहले से ही लगा होता है. इस साल 22 देशों से 200 प्रदर्शक किचन के अलग अलग डिजाइन ले कर पहुंचे हैं.
मेले का इस साल का मकसद है लोगों को यह बताना कि डिजाइनर चीजें भी आरामदेह हो सकती हैं. मेले का मोटो है, "डिजाइन एंड कंफर्ट - इट वॉज नेवर ए कॉन्ट्राडिक्शन".