फटाफट: एक नजर दुनिया पर
२८ जुलाई २०१६1. चांसलर मैर्केल ने कहा हमलावर शरणार्थियों ने उड़ाया देश का 'मजाक'
जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल ने बर्लिन में अपनी 90 मिनट लंबी प्रेस कांफ्रेस में जर्मनी में हाल की सभी आतंकी वारदातों पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि शरण के इच्छुक लोगों का हमले करना उस देश का "मजाक" बनाने जैसा है, जिसने उनका स्वागत किया. हाल की इन घटनाओं को शरणार्थियों या शरण चाहने वाले विदेशियों ने अंजाम दिया है. शरणार्थी संकट पर देश के दरवाजे सबके लिए खोल देने की अपनी नीति के कारण विपक्षी मैर्केल को निशाना बना रहे हैं.
2. फ्रांस चर्च हमले के दूसरे आरोपी का पता चला
फ्रांसीसी जांचकर्ताओं ने चर्च पर हमला कर पादरी को मार डालने वाले हमलावर के एक और साथी का पता लगा लिया है. यह 19 साल का अब्देल मलिक पेटिट्जां है, जिसके बारे में भी सुरक्षा एजेंसियां जानती थीं. मुख्य हमलावर अब्देल केर्मिच वारदात के समय ही पुलिस की गोली से मारा गया था. घटना के बाद आतंकी संगठन आईएस ने एक वीडियो जारी किया था जिसमें ये दोनों व्यक्ति इस्लामिक स्टेट के लिए अपनी निष्ठा की कसम खाते दिख रहे थे.
3. रूस ने की सीरिया के अलेप्पो में रास्ते खोलने की बात
रूस ने कहा है कि सीरियाई शहर अलेप्पो से आम लोगों और निहत्थे विद्रोहियों को बाहर निकलने का रास्ता देने के लिए तीन मार्ग खोले जाएंगे. रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू ने बताया कि एक चौथा मार्ग हथियारबंद विद्रोहियों को भी दिया जाएगा. सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद ने भी हथियार डालने को तैयार विद्रोहियों को क्षमादान देने की बात कही है. रूसी मदद से सीरिया के सरकारी बलों ने अलेप्पो को चारों ओर से घेर लिया है, जिससे शहर के बाशिंदो को बाहर से कोई सप्लाई नहीं मिल पा रही है.
4. रूस की बची-खुची टीम रियो ओलंपिक के लिए रवाना
डोपिंग के आरोपों में फंसे कई रूसी खेल सितारों के प्रतियोगिता से बाहर किए जाने के कारण अब रूसी खेल दल से ओलंपिक मेडल के दर्जनों दावेदार गायब हैं. बचे खुचे एथलीटों के साथ आज रूसी दल रियो डी जेनेरो में होने वाले ओलंपिक आयोजन के लिए रवाना हो गया. एक दिन पहले ही रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इन्हें भावनात्मक विदाई दी. पहले रियो जाने वाले दल में 387 लोग होने थे, जिनमें से 100 से भी अधिक को अंतरराष्ट्रीय खेल प्राधिकरण ने ओलंपिक में हिस्सा लेने से रोक दिया है.
5. सर्बिया के नो-मैन्स लैंड में फंसे शरणार्थी
हंगरी के साथ लगी सर्बियाई सीमा में फंसे कई प्रवासी और शरणार्थी अब भूख हड़ताल पर चले गए हैं. वे यूरोपीय संघ के प्रतिबंधों के कारण सीमा बंद किए जाने का विरोध कर रहे हैं. अफगानिस्तान और पाकिस्तान जैसे देशों से पहुंचे लोग फंसे हुए हैं क्योंकि हंगरी ने अपनी सीमा पर इन्हें रोकने के लिए हजारों पुलिस और सेना कर्मी तैनात कर रखे हैं. इस समय हजारों लोग इन दोनों देशों की सीमा पर अटके हुए हैं.
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