'प्यार बांटते चलो'
१४ फ़रवरी २०१४'पॉलीएमरी' एक ऐसी स्थिति का नाम है जिसमें एक व्यक्ति, एक साथ, एक से ज्यादा लोगों के साथ प्रेम संबंधों में होता है. इस अवस्था में उस एक व्यक्ति के अलावा बाकी सब प्रेमी या तो धोखे में होते हैं या फिर कभी भी धोखा खा सकते हैं. कई संबंधों में पड़ा इंसान भी अपने रिश्तों को छुपा कर ही रखना चाहता है. ऐसे संबंधों की बात बाहर आने से उसे समाज की उलाहना का शिकार बनना पड़ता है. ऐसे में क्यों कोई उन लोगों की मदद करना चाहेगा. लेकिन जर्मनी में ऐसे लोगों को संभालने की कोशिश हो रही है. इस कोशिश का हिस्सा हैं कई सलाहकार और ढेरों सपोर्ट नेटवर्क.
मिसाल के तौर पर जर्मनी के क्रिस्टोफर गॉटवाल्ड को ही लीजिए. 19 साल की उम्र में उन्होंने निश्चय कर लिया था कि वह 'मोनोगैमस' यानि एकविवाही संबंध में बंधना नहीं चाहते. अपने फैसले पर अमल करते हुए उन्होंने अगला पूरा दशक एक ऐसी साथी की तलाश में लगाया, जिससे संबंधों के मामले में उनके विचार मिलते हों. और अंत में उन्हें वो मिल ही गईं. पिछले 13 साल से गॉटवाल्ड अपनी उस साथी के साथ एक 'ओपन' या खुले संबंध में बने हुए हैं.
ऐसा खुला संबंध चलाने के अपने इतने लंबे अनुभव को देखते हुए उन्हें इसी दिशा में औरों की मदद करने का ख्याल आया. तीन साल पहले ही गॉटवाल्ड ने 'पॉलीएमरी' से जुड़ी हुई हर तरह की सलाह और जानकारी उपलब्ध कराने वाली एक सेवा शुरू की. यहां वह व्यावहारिक सलाह और भावनात्मक सहारा देकर लोगों की मदद करते हैं. गॉटवाल्ड और उनके साथी आमतौर पर गलत समझी जाने वाली 'पॉलीएमरी' से जुड़े कई मिथक तोड़ने का काम भी करते हैं. गोटवाल्ड, जिनकी उम्र अब चालीस के ऊपर है, कहते हैं, "मुझे तो अब मोनोगैमी पर विश्वास ही नहीं रहा. किसी के लिए भी." वह आगे कहते हैं, "मुझे नहीं लगता कि हम वफादार रहने के लिए बने हैं. सबसे अच्छी बात यही होगी अगर आप यह सोचें कि 'चलो हम दोनों साथ रहते हैं और इसके साथ ही आगे आने वाले और विकल्प भी खुले रखें'."
गॉटवाल्ड 'पॉलीएमरी' के मुद्दे पर सम्मेलन और वर्कशॉप आयोजित करते रहते हैं और व्यक्तिगत बातचीत भी करते हैं. वह 'पॉलीएमोर' नाम का एक नेटवर्क चलाने में भी मदद करते हैं, जिसके जर्मनी, ऑस्ट्रिया और स्विट्जरलैंड में 120 सदस्य हैं. वह 'पॉलीएमरी' के उस भावनात्मक पहलू पर कहते हैं कि इस तरह के रिश्ते में शामिल होने वाले लोग सब कुछ जानते हुए इस व्यवस्था को अपने लिए चुनते हैं. गॉटवाल्ड इस तरह के रिश्तों के बारे में व्याप्त गलत धारणाओं के खिलाफ तर्क देते हैं, "यह प्यार के बारे में है. यह सिर्फ मुफ्त सेक्स पाने का तरीका नहीं है, जिसमें आपको किसी के भी साथ सोने की आजादी हो." वैसे भावनात्मक जुड़ाव भी होने के कारण ये रिश्ते ज्यादा जटिल होते हैं. ऐसे में गॉटवाल्ड अपने हर साथी के साथ ईमानदार रहने की सलाह देते हैं.
ऐसे संबंध समाज में कहीं न कहीं सदियों से रहे हैं लेकिन उन्हें छुपा कर रखा जाता था. अभी भी बहुत सारे लोग जो एक साथ कई लोगों के साथ रोमांटिक संबंध में हैं, सामने आकर स्वीकार करने से डरते हैं. गॉटवाल्ड कहते हैं, "इसमें आपको आसपास के लोगों की प्रतिक्रिया के डर से बाहर आना होता है."
आरआर/एएम (एएफपी)