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गोलीबारी करने वाले की पहचान

२१ नवम्बर २०१३

फ्रांस के एक अखबार के दफ्तर और बैंक में गोलीबारी करने वाले शख्स की पहचान हो गई. यह शख्स एक बार जेल भी जा चुका है लेकिन अब तक गोलीबारी के पीछे मकसद का पता नहीं चल पाया है.

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तस्वीर: picture-alliance/dpa

फ्रांस ने 'लिबेरासियों' अखबार के दफ्तर में कथित गोलीबारी के आरोपी का नाम जाहिर किया है. गोलीबारी के आरोपी को बुधवार को गिरफ्तार किया गया था. इस हफ्ते पेरिस में गोलीबारी की घटना हुई थी. आरोपी का नाम अब्देल हकीम देकार है. देकार हत्याकांड से जुड़े एक मामले में जेल की सजा काट चुका है. फ्रांस के अधिकारियों का कहना है कि घटना वाली जगह से आरोपी के डीएनए नमूनों का मिलान हो गया है. वामपंथी अखबार 'लिबेरासियों' के दफ्तर और सोसायटी जनरल बैंक के बाहर हुई गोलीबारी के बाद से पुलिस ने सघन तलाशी अभियान चलाया. अखबार के दफ्तर में हुई गोलीबारी में फोटोग्राफर का सहायक गंभीर रूप से जख्मी हो गया था.

फ्रांस के गृह मंत्री मैन्युएल वाल्स ने उस शख्स की पहचान देकार के रूप में की है जिसने 1990 के ''बॉनी और क्लाइड'' स्टाइल हत्याकांड में अहम भूमिका निभाई थी. देकार को इस अपराध के लिए 4 साल की जेल हुई थी. 90 के दशक में हुई इस हत्याकांड से फ्रांस में सनसनी फैल गई थी. 1994 में फ्लोरेंस रे और उसके प्रेमी उदरी मोपन ने गोलीबारी की थी जिसमें चार लोग मारे गए थे. गोलीबारी में मोपन घायल हो गया था और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी. रे को 20 साल की सजा मिली थी और वह 2009 में जेल से रिहा हुई. ऐसा कहा जाता है कि देकार उन लोगों का संरक्षक था. लोगों का कहना है कि देकार ने अपने हितों के लिए दोनों का शोषण किया. 1990 की शुरुआत में देकार की दोस्ती अवैध रूप से रहने वाले लोगों के साथ थी, जो हमेशा से ही पुलिस की निगरानी में रहते थे.

पहले जा चुका है जेल

संवाददाता सम्मेलन में गृह मंत्री वाल्स ने पुलिस की तारीफ करते हुए कहा है, ''जितने सबूत हैं वह इस शख्स के अपराध में शामिल होने की तरफ इशारा कर रहे हैं.'' लगभग 40 साल का देकार 1998 में दोषी पाया गया था. उसने अक्टूबर 1994 की गोलीबारी की घटना में इस्तेमाल की गई बंदूक खरीदी थी. इस गोलीबारी में तीन पुलिसकर्मी समेत एक टैक्सी ड्राइवर मारा गया था. देकार बुधवार की शाम अंडरग्राउंड पार्किंग से गिरफ्तार किया गया. ऐसा माना जा रहा है कि वह खुदकुशी की कोशिश में था. वाल्स ने कहा, "सबकुछ खुदकुशी की कोशिश की तरफ इशारे कर रहे हैं." पेरिस की क्राइम ब्रांच के मुखिया क्रिश्चियान फ्लैश ने कहा आरोपी ''डॉक्टरों की निगरानी'' में है. वह ऐसी हालत में नहीं है कि जांचकर्ता उनसे सवाल जवाब कर सके. पुलिस ने देकार के डीएनए का मिलान गोलीबारी वाली जगहों से किया वह मेल खा गया.

गोलीबारी का मकसद साफ नहीं

गोलीबारी का असली मकसद अब तक साफ नहीं हो पाया है. वाल्स का कहना है कि जांचकर्ता को आरोपी के अतीत के बारे में जानकारी इकट्ठा करनी होगी ताकि उसके मकसद को समझा जा सके. गोलीबारी की घटना के बाद पुलिस ने आरोपी की तस्वीर जारी की थी. जिसके बाद पुलिस को सैकड़ों संभावित चश्मदीदों के फोन मिले. जांच से जुड़े एक सूत्र का कहना है जो चश्मदीद सामना आया है वह देकार को एक बार रहने के लिए घर दे चुका है. सोमवार को 'लिबेरासियों' के दफ्तर में देकार ने शॉटगन से गोलीबारी की थी जिसमें फोटोग्राफर का सहायक घायल हो गया था. इससे पहले आरोपी ने पेरिस में बीएफएमटीवी के मुख्यालय में घुसकर एक स्टाफ को धमकी भी दी थी. पुलिस का कहना है कि ये शख्स देकार ही है.

एए/एनआर (एएफपी)

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