पानी में उगे शैवालों को बुरा मत समझिए
घर के पास के तालाब में शैवालों को उगता देखकर मन में जरूर इसे हटाने का ख्याल आया होगा. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन शैवालों में कितने गुण हैं. आज भोजन, दवा और ब्यूटी प्रॉडक्ट में इनका बहुत इस्तेमाल किया जा रहा हैं.
पानी के भीतर है जंगल
शायद समुद्री शैवालों की बात पर आपके दिमाग में समंदर किनारे पत्थरों पर जमी लाल, हरी और भूरी काई की छवि आती हो. लेकिन ये शैवाल सिर्फ इतने ही नहीं हैं. इनमें से कुछ शैवाल समुद्र के भीतर स्थित जंगलों में उगते हैं तो कुछ ताजा पानी में. ये समुद्री शैवाल न सिर्फ पानी में रहने वाले जीव जंतुओं के लिए बल्कि इंसानों के लिए भी बेहद अहम हैं.
छोटे लेकिन काम के
बेहद ही सूक्ष्म शैवाल मसलन फाइटोप्लैंकटन तमाम समुद्री खाद्य श्रृंखलाओं (फूड चेन) का आधार है. इसके बिना मानव जीवन भी संभव नहीं है. अधिकतर एकल कोशिका वाले जीव (सिंगल सेल ऑरगेनिज्म) प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया से गुजरते हैं और दुनिया में मौजूद लगभग आधी ऑक्सीजन का उत्पादन करते हैं.
कितना लाभ?
जब तापमान सही स्तर पर होता है और पानी में पोषक तत्वों की मात्रा अधिक होती है, तो शैवाल तेजी से बढ़ते हैं. इनसे हरियाली भी नजर आती है. शैवालों का वृद्धि आमतौर पर हानिकारक नहीं होती लेकिन कभी-कभी ये पानी में ऑक्सीजन के स्तर को कम कर देते हैं. इससे समुद्री जीवन पर बुरा असर पड़ता है.
शैवालों की खेती
समुद्री तटों के निकट बसे लोग सदियों से इन शैवालों का इस्तेमाल कर रहे हैं. मसलन आयरलैंड इसके प्रयोग में सबसे आगे हैं. शैवालों की टिकाऊ खेती की ओर अब दुनिया देख रही हैं. समुद्री शैवाल कार्बन सिंक की तरह काम करते हैं. कार्बन सिंक, प्राकृतिक या कृत्रिम तौर पर बनाए गए ऐसे भंडारण क्षेत्र होते हैं जो कार्बन उत्पादों को प्रकृति में छोड़ने की बजाय लंबे समय तक स्टोर कर सकते हैं.
सलाद भी हैं
अब तक का सबसे लोकप्रिय समुद्री शैवालों से जुड़ा भोजन सुशी रोल है. हजारों साल से जापानी लोग नोरी नाम के शैवाल को मछली, चावल और सब्जियों के साथ खा रहे हैं. लेकिन आप इस पौष्टिक भोजन को सलाद और अन्य व्यंजनों के साथ भी खा सकते हैं. कुछ कंपनियां तो अब इसके नूडल्स भी बाजार में ले आयी हैं.
इनसे होता इलाज
कुछ समुद्री शैवालों में जलन निवारक और एंटी माइक्रोबियल गुण पाए गए हैं, जिसका इस्तेमाल अब वर्षों पुराने जलने के निशान और घावों को भरने के लिए किया जा रहा है. वैज्ञानिक रिसर्च कर रहे हैं ताकि ये पता चल सके कि इन शैवालों का इस्तेमाल त्वचा और कैंसर के इलाज में कितना कारगर साबित होगा.
सौंदर्य में इस्तेमाल
समुद्री शैवाल का प्रयोग अब भोजन और टूथपेस्ट जैसे अन्य उत्पादों में किसी न किसी रूप में किया जाता है. साथ ही इनका प्रयोग ऑर्गेनिक कॉस्मेटिक और स्किन केयर प्रॉडक्ट्स में भी बढ़ रहा है. (एए/एनआर)