उन्नीस सौ पचास के दशक से दुनिया भर में पानी की कुल खपत तीन गुना से भी ज्यादा बढ़ गई है. इस वजह से खेती, उद्योग और शहरों में रहने वालों के बीच सीमित संसाधन को लेकर होड़ भी बढ़ी है. मांग को देखते हुए अब पानी को बनाने के तरीके ढूंढे जा रहे हैं. वैसे, एक तरीका तो सदियों से मौजूद भी है.. लेकिन क्या ये भविष्य में इस्तेमाल हो सकेगा?