पाक में अमेरिकी हथियारों से चिंता में भारत
१ अक्टूबर २०१०भारतीय रक्षामंत्री ने पत्रकारों को बताया कि हाल ही में अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान उन्होंने अमेरिकी नेताओं से पाकिस्तान को दिए जा रहे हथियारों के बारे में बात की थी. अमेरिका का कहना है कि आतंकवाद से लड़ाई के लिए पाकिस्तान को मदद देकर उसे मजबूत बनाया जा रहा है. रक्षा मंत्री ने बताया कि उन्होंने अमेरिका नेताओं से कहा, "जहां तक पाकिस्तान का सवाल है तो उसका पुराना रिकॉर्ड यही बताता है कि आतंकवाद से जंग के नाम पर मिले अमेरिकी हथियारों का एक बड़ा हिस्सा भारत के खिलाफ अपनी स्थिती मजबूत करने के लिए इस्तेमाल की जाती है. हमारे लिए ये चिंता की बात है."
अमेरिका दौरे पर गए ए के एंटनी ने अमेरिकी रक्षा मंत्री रॉबर्ट गेट्स, विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन, और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेम्स जोन्स से मुलाकात की और पाकिस्तान को दिए जाने वाले हथियारों का मसला उठाया.
इस बीच भारतीय वायु सेना के पश्चिमी कमांड के प्रमुख एयर मार्शल एन ए के ब्राउन ने कहा कि पाकिस्तान को अमेरिका से मिले एफ-16, मिसाइलें और दूसरे हथियारों की सप्लाई भारत के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है. इन हथियारों की सप्लाई से दोनों देशों की वायु सेना के बीच का तकनीकी फासला कम हुआ है. एयर मार्शल एन ए के ब्राउने ने कहा, "पहले दोनों देशों की वायुसेना के बीच बड़ा फर्क था लेकिन अब लड़ाकू विमानों के अलावा, आंखों की सीमा से बाहर की रेंज वाली मिसाइलें, रात और दिन के ऑपरेशन में इस्तेमाल होने वाले हथियारों ने इस फासले को कम कर दिया है."
वायुसेना की पश्चिमी कमान के कमांडर से जब पाकिस्तान को मिले एफ-16 लड़ाकू विमान और दूसरे हथियारों के बारे में पूछा गया तो उनका कहना था कि इससे पाकिस्तान की वायुसेना भारतीय वायुसेना के करीब पहुंच गई है जबकि इससे पहले भारतीय वायुसेना उससे काफी आगे थी. पाकिस्तान को एफ-16 विमानों की पहली खेप इसी साल जून में मिली जिसे शहबाज एयर बेस पर तैनात किया गया है.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः आभा एम