पाक ने कहा, हमारे लिए खेलें सानिया
१ अप्रैल २०१०सानिया कह चुकी है कि 15 अप्रैल को हैदराबाद में शोएब के साथ शादी करने के बाद भी वह भारत के लिए खेलती रहेंगी. लेकिन अब्बास का कहना है कि उन्हें पाकिस्तान के लिए खेलने के बारे में भी सोचना चाहिए. उनके मुताबिक, "यह हमारी टेनिस कम्यूनिटी के लिए बहुत बड़ी खबर है कि सानिया शोएब मलिक से शादी कर रही हैं. हम उनका स्वागत कते हैं और उम्मीद है कि भविष्य में पाकिस्तान की नागरिकता लेकर हमारे लिए खेलेंगी. उनका भविष्य बेहतर है. हमें बहुत अच्छा लगेगा अगर वह पाकिस्तान के लिए खेलें."
अब्बास इसके लिए दक्षिण एशियाई परंपराओं की भी दुहाई दे रहे हैं. वह कहते हैं, "पारंपरिक तौर पर दक्षिण एशियाई महिलाएं अपने पति का अनुसरण करती हैं. इसीलिए मुझे उम्मीद है कि कभी न कभी वह भी शोएब से प्रेरित होकर पाकिस्तान के लिए खेलेंगी."
वैसे सानिया के परिवार ने साफ कर दिया कि शादी के बाद सानिया अपना घर पाकिस्तान में नहीं बसाएंगी क्योंकि वहां रहने में सुरक्षा के मुद्दे हैं. इसीलिए दोनों खिलाड़ियों ने दुबई में रहने का फ़ैसला किया है.
सानिया कह चुकी हैं कि वह भारतीय नागरिकता नहीं छोडेंगी और 2012 लंदन ओलंपिक में खेलेंगी. सानिया के मुताबिक़ शादी का उनके करियर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा और वह भारत के लिए खेलती रहेंगी. वह कहती हैं, "मैं अपने देश के लिए खेलती रहूंगी, शोएब अपने देश के लिए खेलेगा. सब कुछ वैसा ही रहेगा, सिर्फ़ हमारी शादी हो रही है."
अब्बास ने कहा कि अगर शादी के बाद सानिया भारत के लिए भी खेलना जारी रखती है, तो भी पाकिस्तान में महिला टेनिस को लोकप्रिय बनाने में मदद कर सकती हैं. वह कहते हैं, "वह हमारी बच्चियों को टेनिस खेलने के लिए प्रोत्साहित कर सकती हैं. वह उन्हें विश्व स्तर की टेनिस खिलाड़ी बनने के लिए प्रेरित कर सकती हैं."
अब्बास ने यह भी सुझाव दिया है कि सानिया मिक्सड डबल्स में पाकिस्तान के नंबर वन टेनिस खिलाड़ी ऐसम-उल-हक के साथ अपनी टीम बना सकती हैं. वह कहते हैं, "सानिया और ऐसम, दोनों ही बढ़िया डबल्स खिलाड़ी हैं. मुझे विश्वास है कि उनकी जोड़ी को न सिर्फ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शानदार कामयाबी मिलेगी, बल्कि इससे भारत और पाकिस्तान के बीच दूरी कम करने में भी मदद मिलेगी."
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः उज्ज्वल भट्टाचार्य