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पाक खिलाड़ियों से पुलिस ने पूछताछ की

२९ अगस्त २०१०

ब्रिटेन की पुलिस ने पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के सदस्यों से मैच फिक्सिंग मामले को लेकर पूछताछ की है. ब्रिटेन के एक अखबार ने खबर छापी है कि पाकिस्तानी टीम के कुछ खिलाड़ी मैच फिक्सिंग में शामिल हैं.

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तस्वीर: picture-alliance/empics

पाकिस्तानी टीम के मैनेजर यावर सईद ने समाचार एजेंसी एपी को बताया, "मैं इस बात की पुष्टि कर सकता हूं कि हमें मैच फिक्सिंग के आरोपों की जानकारी है. स्कॉटलैंड यार्ड पुलिस इस वक्त हमारे साथ होटल में है और हम जांच में उनकी मदद कर रहे हैं."

ब्रिटेन के अखबार न्यूज ऑफ द वर्ल्ड ने रविवार को खबर छापी कि कुछ पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने मैच फिक्सिंग की. अखबार ने लिखा है कि पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने निश्चित वक्त पर नो बॉल फेंकने के लिए पैसे लिए. पाकिस्तान इस वक्त लॉर्ड्स मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज का आखिरी टेस्ट मैच खेल रहा है. अखबार ने इसी मैच में फिक्सिंग होने की बात कही है.

अखबार ने कहा है कि उसके पत्रकारों ने गोपनीय तरीके से एक फिल्म बनाई है. इसके लिए पत्रकार सट्टेबाजी के गिरोह के सदस्य बनकर लोगों से मिले. अखबार का कहना है कि उसने सारे सबूत पुलिस को दे दिए हैं.

पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के लिए यह बेहद खराब दौर कहा जा रहा है क्योंकि हाल ही में खिलाड़ियों के बीच आपसी लड़ाई और उससे पहले गेंद के साथ छेड़छाड़ जैसे विवादों ने टीम को खासा नुकसान पहुंचाया है. इससे पहले खिलाड़ियों पर मैच फिक्सिंग के आरोप भी लगे हैं, लेकिन इस तरह के सबूतों के साथ संगीन आरोपों ने बवाल खड़ा कर दिया है.

पाकिस्तान के पूर्व चीफ सिलेक्टर इकबाल कासिम इसे टीम के साथ घटी सबसे खराब घटनाओं में से एक मानते हैं. वह कहते हैं, "पाकिस्तान क्रिकेट ने हर संभव दुर्घटना देख ली है लेकिन स्पॉट फिक्सिंग सबसे बड़ी दुर्घटनाओं में से एक है. अब यही देखना बाकी है कि हमारा क्रिकेट इस सबसे कैसे बाहर आता है."

हालांकि पाकिस्तान टीम पर मैच फिक्सिंग के आरोप पहली बार नहीं लगे हैं. इसकी शुरुआत तो 1979-80 में ही हो गई थी जब पाकिस्तान टीम भारत के दौरे पर थी. तब कहा गया कि खिलाड़ी मैच फिक्सिंग में शामिल हुए. इसके बाद 1987 के वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में भी टीम पर मैच फिक्स करने के आरोप लगे. हालांकि इन आरोपों का सच कभी सामने नहीं आया.

लेकिन 1994 में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी शेन वॉर्न, टिम मे और मार्क वॉ ने गंभीर आरोपों से विवाद खड़ा कर दिया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी टीम के कप्तान सलीम मलिक ने उन्हें अच्छा न खेलने के लिए रिश्वत देने की कोशिश की. पाक सरकार ने इन आरोपों की जांच हाई कोर्ट के जज से कराई. दो साल चली इस जांच के बाद सलीम मलिक और तेज गेंदबाज अता उर रहमान पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया गया. टीम के छह बड़े खिलाड़ियों वसीम अकरम, वकार यूनिस, इंजमाम उल हक, मुश्ताक अहमद, सईद अनवर और अकरम रजा पर भी जुर्माना किया गया.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः आभा एम

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