पाक अदालत के फैसलों का सम्मान करे भारत: मलिक
२७ मई २०१०पाकिस्तान की सरकार और पंजाब प्रांत की सरकार ने हाफिज सईद की रिहाई को चुनौती देते हुए अपील की थी लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उसे खारिज कर दिया. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सरकार के पास हाफिज सईद के खिलाफ पर्याप्त सबूत नहीं है. गृह मंत्री रहमान मलिक ने कहा है कि उनकी सरकार सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करती है. रहमान मलिक का कहना है कि जिस तरह पाकिस्तान अदालती फैसलों की इज्जत करता है, उसी तरह भारत को भी सम्मान करना चाहिए.
"अजमल कसाब मामले में पाकिस्तान ने भी भारतीय अदालत के फैसले को माना है." मुंबई हमलों के केस में अजमल कसाब को विशेष अदालत ने मौत की सजा सुनाई है. लाहौर हाई कोर्ट ने हाफिज सईद को नजरबंदी से रिहा किया जाने का फैसला दिया था और पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने उस फैसले को सही ठहराया है. भारत का आरोप है कि हाफिज सईद भी मुंबई हमलों की साजिश में शामिल है.
हाफिज सईद की नजरबंदी समाप्त किए जाने के फैसले को सुप्रीम कोर्ट से झंडी मिल जाने के बाद भारत ने अपनी निराशा जताई है. भारतीय अधिकारियों का कहना है कि हाफिज सईद के खिलाफ भारत ने पाकिस्तानी पक्ष को पुख्ता सबूत दिए हैं. भारत ने पाकिस्तान से उसके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए दबाव बनाने की कोशिश की है और उम्मीद जताई है कि पाकिस्तान सईद के खिलाफ कदम उठाएगा.
गृह मंत्री रहमान मलिक ने आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष में भारत के साथ की अपील करते हुए कहा है कि भारत, पाकिस्तान और अफगानिस्तान को मिलकर मुहिम चलानी चाहिए. मलिक के मुताबिक न्यूयॉर्क के टाइम्स स्कवेयर पर विफल कार बम हमले का आरोपी पाकिस्तानी मूल का अमेरिकी नागरिक फैसल शहजाद है जिसे दक्षिण वजीरिस्तान के कबायली इलाके में ट्रेनिंग मिली है.
मलिक ने कहा है कि टाइम्स स्कवेयर मामले में अभी जांच चल रही है लेकिन किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है. लेकिन शहजाद से संबंध होने के शक में 11 लोगों को हिरासत में लिया गया है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: आभा मोंढे