पाकिस्तान पहुंचा सेमीफाइनल में
११ मई २०१०सुपर 8 में पाकिस्तान और दक्षिण अफ़्रीका का मुक़ाबला ऐसे वक्त हुआ जब दोनों टीमों के लिए जीत ज़रूरी थी. जीत के साथ ही पाकिस्तान ने सुपर 8 टेबल में दो अंक हासिल कर लिए. हार के बावजूद दक्षिण अफ़्रीका के भी दो अंक थे लेकिन पाकिस्तानी टीम का रन रेट बेहतर निकला. अब तक किसी वर्ल्ड कप के फाइनल में न पहुंच पाई दक्षिण अफ़्रीकी टीम इस बार भी सुपर 8 से विदा हो गई. पाकिस्तान ने उसे 11 रन से हरा दिया.
सुपर 8 के लगातार दो मैच हार चुके पाकिस्तान ने सोमवार को टॉस जीत कर पहले बल्लेबाज़ी की फ़ैसला किया. ख़राब शुरुआत के बावजूद अकमल भाइयों ने टीम को ठीक ठाक स्कोर तक पहुंचाया. कमरान अकमल ने 37 और उमर अकमल ने 51 रन की पारी खेली. संकट की बेला में कप्तान अफरीदी का बल्ला भी बोला. उन्होंने 18 गेंदों पर 30 रन बनाकर स्कोर को 148 तक पहुंचाने की बुनियाद पक्की की. पाकिस्तान ने सात विकेट खोकर 148 रन बनाए.
जवाब में दक्षिण अफ़्रीका की शुरुआत ख़राब रही. लंबे अर्से से ख़राब फॉर्म से जूझ रहे हर्शेल गिब्स तीन रन बनाकर आउट हो गए. कप्तान स्मिथ भी 13 रन बनाकर चलते बने. कैलिस और एबी डिवीलियर्स ने क्रीज़ थामकर बल्लेबाज़ी तो कि लेकिन टीम रन औसत के नीचे दब गई. कैलिस के 22 और डिवीलियर्स के 53 पर आउट होते ही बाकी के बल्लेबाज़ दवाब में आ गए.
आख़िर के तीन ओवरों में टीम को जीत के लिए 40 रन चाहिए थे. मोर्केल के साथ क्रीज़ पर मौजूद बोथा ने कुछ आतिशी शॉट्स भी लगाए लेकिन उनका विकेट गिरते ही रन बनने बंद हो गए. इस तरह दक्षिण अफ़्रीका की टीम सात विकेट पर 137 रन ही बना सकी. हार के साथ ही दक्षिण अफ़्रीकी टीम ने एक बार फिर साबित कर दिया कि उसे चोकर क्यों कहा जाता है. चोकर एक ताना है. बड़े टूर्नामेंटों में ऐन मौके पर हारने की वजह से दक्षिण अफ़्रीकी टीम को यह नाम दिया गया.
पाकिस्तान की ओर से सईद अजमल से गजब की गेंदबाज़ी की. उन्होंने चार ओवर में 26 रन देकर चार विकेट चटकाए. कैलिस, डिवीलियर्स, बाउचर और बोथा उन्हीं के शिकार बने. हालांकि मैन ऑफ़ द मैच उमर अकमल को चुना गया.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादनः आभा मोंढे