पर्यटकों की पसंद ब्राजील की झुग्गियां
रियो डि जिनेरियो की ये झुग्गी बस्तियां दुनिया भर के लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच रही है. कलाकारों द्वारा दिए गए नए रंग रोगन ने बस्ती का हुलिया बदल दिया है.
यह है बस्ती का एक्टिंग स्कूल. दीवारों पर रंगों की छटा. एक समय में जहां आना जाना नापसंद किया जाता था आज वही इलाका 'विडिगाल' पर्यटकों के लिए कला का ठिकाना साबित हो रहा है.
विडिगाल रियो के दक्षिण में पहाड़ी इलाके में है. ईपानेमा समुद्र तट से ठीक ऊपर. रात के समय घरों की खिड़कियों से झांकती रोशनी आसमान के बीच चमकते सितारों सी लगती है.
1960 के दशक में बहुत से गरीब ब्राजीलियाई यहां आए क्योंकि उनके रोजगार यहां आस पास थे. पास के रईस लेबलन शहर में नौकरी की कई संभावनाएं हैं. लेकिन इलाके में मकानों के बढ़ रहे दाम से अब इन लोगों का रहना मुश्किल हो गया है.
आज भी विगिडाल के लोगों को 1970 में मिली जीत पर गर्व है. जब इस पहाड़ी पर अपार्टमेंट्स बनाए जाने के प्रोजेक्ट का उन्होंने विरोध किया और कामयाबी पाई. उस समय कई कलाकारों और संगीतकारों ने उन्हें अपना समर्थन दिया.
आज विगिडाल कुछ ऐसे इलाकों में शुमार है जहां हिंसा बहुत कम और कला के शौकीनों के लिए बहुत कुछ है. दिन के समय ऊपर से पूरा कोपाकबाना का इलाका देखा जा सकता है जहां रात में मेहमान पार्टी करते हैं.
अक्सर यहां आने वाले मेहमान आने के बाद ज्यादा दिन तक रहने का मूड बना लेते हैं. यहां ऐसे होटल भी सस्ते दामों में मिल जाते हैं जिनसे शानदार नजारा देखना आसान है.
विडिगाल में कई नई इमारतें बन रही हैं. यहां तक कि सैलानियों की बढ़ रही भीड़ के चलते पांच सितारा होटल भी बनाए जाने की योजना है.
कई लोगों का मानना है कि यहां रहना कोपाकबाना के होटलों से ज्यादा सुरक्षित है. बीते कुछ सालों में लूटपाट में कमी आई ही है. 2012 में जब से यहां संयुक्त राष्ट्र की शांति सेना के जवान आए हैं, नशे का कारोबार भी कम हुआ है.
विडिगाल की बढ़ रही रौनक के साथ पुराने लोगों की कुछ दिक्कतें फिर सिर उठा रही हैं. नए होटल बनाने के चक्कर में कंपनियां उन पर घर छोड़ने का दबाव डाल रही हैं.