पब कहासुनी मामले में जडेजा ने माफी मांगी
२७ मई २०१०रवीन्द्र जडेजा और रोहित शर्मा ने बीसीसीआई को ईमेल भेजकर माफी मांगी है. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक युवराज सिंह, जहीर खान, आशीष नेहरा और पीयूष चावला ने बोर्ड अधिकारियों से मिलकर ऐसी घटना फिर न होने देने का भरोसा दिया है. टीम मैनेजमेंट की रिपोर्ट आने के बाद बीसीसीआई ने कहासुनी मामले में खिलाड़ियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया था.
बीसीसीआई को भेजी अपनी ईमेल में जडेजा ने कहा, "रात के खाने के लिए अन्य खिलाड़ियों के साथ मैं सेंट लूसिया के एक रेस्तरां गया था. वहां कुछ दूसरे लोग भी मौजूद थे जो शायद भारतीय मूल के थे और अमेरिका से आए थे. हमें देखकर उन्होंने गालियां देनी शुरू कर दी."
जडेजा मानते हैं कि क्रिकेट प्रशंसक टीम इंडिया के खराब प्रदर्शन से नाराज थे. "हमने उनसे अनुरोध किया कि वे हमें अपशब्द न कहें लेकिन हमारे मना करने पर भी उन्होंने गाली देना बंद नहीं किया. मैं किसी भी तरह से इस झड़प में शामिल नहीं था और मैं पब सिर्फ अपने साथी खिलाड़ियों के साथ डिनर करने के लिए गया था.अगर बोर्ड फिर भी सोचता है कि मेरी वजह से क्रिकेट, बोर्ड या फिर देश की बदनामी हुई है तो मैं माफी मांगता हूं. मैं ख्याल रखूंगा कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं में मेरा नाम फिर न आए."
रोहित शर्मा का कहना है कि वह एक कोने में बैठे खाना खा रहे थे और उन्हें इस कहासुनी का पता तब तक नहीं चला जब तक इसके बारे में उन्हें बताया नहीं गया. जडेजा ने भी इस मामले में अपनी गलती न होने की बात कही लेकिन साथ ही माफी भी मांग ली है.
जडेजा और रोहित शर्मा के अलावा युवराज सिंह, जहीर खान, आशीष नेहरा और पीयूष चावला को इस घटना के बाद कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था. यह घटना वेस्ट इंडीज में ट्वेंटी20 वर्ल्ड कप में भारत के टूर्नामेंट से बाहर होने के बाद घटी.
ट्वेंटी20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम का प्रदर्शन खराब रहा था और सुपर-8 मुकाबलों में लगातार तीन हारों के बाद भारत टूर्नामेंट से बाहर हो गया था. सेंट लूसिया के पब में क्रिकेट प्रशंसकों का गुस्सा क्रिकेटरों पर फूटने के बाद टूर मैनेजर रंजीब बिस्वाल ने अपनी रिपोर्ट बीसीसीआई को सौंपी थी. हालांकि क्रिकेटरों ने इनकार किया था कि पब में इस तरह की कोई घटना हुई है. इसके बाद बोर्ड ने 6 खिलाड़ियों के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी किया था और अब उन्होंने माफी मांग ली है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: आभा मोंढे