निजामुद्दीन के दो सूफी मौलाना पाक में लापता
१७ मार्च २०१७दोनों मौलानाओं को लाहौर से कराची जाना था. खबरों के मुताबिक आसिफ निजामी को कराची जाने दिया गया, लेकिन नाजिम को यात्रा सबंधी कागजात पूरे न होने पर एयरपोर्ट पर ही रोक दिया गया. इसके बाद से वह लापता है जबकि आसिफ निजामी कराची पहुंचने के बाद से लापता है. इसके बाद आसिफ के बेटे ने भारतीय विदेश मंत्रालय में सूचना दी.
हिंदुस्तान टाइम्स अखबार ने आसिफ के बेटे आमिर के हवाले से लिखा है, "मेरे पिता 35 साल बाद पाकिस्तान गये थे और सहारे के लिये उनके साथ नाजिम को भेजा गया. गुरुवार को उनकी वापसी थी. बुधवार शाम 4 बजे उनसे आखिरी बार बात हुई थी जिसमें उन्होंने बताया थी कि वे बाबा फरीद की दरगाह का दौरा कर चुके हैं."
आमिर ने बताया कि इसके बाद आसिफ को अपनी बहन से मिलने लाहौर से कराची जाना था लेकिन वे वहां नहीं पहुंचे.
इसके बाद परिवार ने गुरुवार को सूफी मौलनाओं के गायब होने का मसला सरकार के सामने उठाया. विदेश मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक ये दोनों लाहौर से कराची जाते वक्त लापता हुये हैं और अब पाकिस्तान सरकार से इन्हें तलाश कर वापस भेजने के लिये कहा गया है.
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने शुक्रवार ने अपने ट्वीट में बताया कि पाकिस्तान में लापता हुए दो भारतीय सूफी मौलवियों के संबंध में पाकिस्तानी प्रशासन से बात की गई है. उन्होंने कहा, "हमने इस मामले में पाकिस्तान सरकार से बात की है और उन्हें इस बारे में ताजा जानकारी देने को कहा है."
दोनों मौलाना बाबा फरीद की दरगाह पर चादर चढ़ाने के लिए 13 मार्च को लाहौर गए थे. उन्होंने 14 मार्च को लाहौर में ही स्थित एक अन्य दरगाह दाता दरबार में भी चादर चढ़ाई थी. अगले दिन जब वे कराची की फ्लाइट में सवार होने के लिए एयरपोर्ट पहुंचे तो नाजिम अली निजामी को कुछ कागजातों की जांच पूरी कराने के लिए रोक दिया गया और सैयद आसिफ अली निजामी को जाने गया था.
एए/एके (पीटीआई)