नहरों के ऊपर उड़ती नाव
दुनिया में एक ही जगह गोल चक्कर में घूमने वाले लिफ्ट से नावों को एक नहर से दूसरी नहर में ट्रांसफर किया जाता है. फेरीज व्हील झूले जैसी यह संरचना स्कॉटलैंड के फालकिर्क शहर के पास स्थित है. देखिए कैसे काम करता है ये अजूबा.
कुल्हाड़ी या व्हेल
दूर से देखने पर कई लोगों को ये घूमने वाला बोट-लिफ्ट कभी विशाल दोमुंही कुल्हाड़ी जैसा तो कभी व्हेल मछली सा दिखता है. दुनिया भर में 40 बोट लिफ्ट मौजूद हैं लेकिन केवल यहीं लिफ्ट ऐसे गोल चक्कर में घूमती है. एक चक्कर में 15 मिनट लगते हैं.
पानी का नुकसान नहीं
पानी से हवा में लिफ्ट करते समय सबसे पहले लॉक गेट को बंद कर दिया जाता है. बोट को आधे गोले की ऊंचाई तक उठाया जा सकता है. जब नाव वांछित ऊंचाई तक उठ चुकी होती है तो लॉक गेट को खोल दिया जाता है. इन दोनों लिफ्ट बेसिनों में ढाई लाख लीटर पानी होता है और इस पूरे ट्रांसफर के दौरान पांच लीटर से भी कम पानी बर्बाद होता है.
ये है सिद्धांत
दोनों लिफ्ट या गॉन्डोला एक बड़ी स्टील की आर्म के दोनों ओर लगे होते हैं. इसकी लंबाई 27 मीटर है और यह 300 टन तक भार उठा सकता है. जब दोनों लिफ्ट में पानी भरा होता है तब फेरी का चक्का घूमने लगता है और पानी के जड़त्व के गुण के कारण मुहाने पर मौजूद नावें धरती के समानांतर बनी रहती हैं.
10 हाइड्रॉलिक मोटर
...जिनकी मदद से लिफ्टिंग का काम आराम से हो सके. यह 10 मोटर चार मीटर चौड़े ध्रुव के भीतर छुपे होते हैं. यह अपनी शक्ति सीधे दोनों भुजाओं में भेजते हैं. इसी प्रक्रिया के कारण नावें ऊंचाई में 35 मीटर तक के अंतर को आसानी से पार कर लेती है.
बड़ी नावों के लिए नहीं
ब्रिटिश नहरों के लिए बनाई गई आठ लंबी नावें इसमें एक बार में लिफ्ट कर दूसरी ओर उतारी जा सकती हैं. इन नावों को नैरोबोट कहा जाता है और ये 22 मीटर तक लंबी और 2.2 मीटर चौड़ी हो सकती हैं. लेकिन इससे बड़ी नावें यहां नहीं उठाई जा सकतीं.
अटलांटिक और आयरिश सी को जोड़ते
फालकिर्क व्हील ग्लासगो और स्कॉटलैंड की राजधानी एडिनबरा के बीच स्थित है. सन 1790 में फोर्थ और क्लाइट कनाल नाम की इन दोनों नहरों का निर्माण पूरा हुआ था. अटलांटिक और आयरिश सागर के बीच 60 किलोमीटर लंबा पैसेज बना. दोनों के जल स्तर में 48 मीटर का अंतर था इसलिए तमाम लॉक गेट लगाने पड़े.
स्टील और पानी का अद्भुत संगम
स्कॉटिश कनाल्स, इस बोट लिफ्ट का ऑपरेशन करता है. लक्ष्य यादगार आर्किटेक्चर का निर्माण था. इसके लिए धन यूरोपीय संघ और ब्रिटिश लॉटरी फंड से मिला. कुल 3 करोड़ यूरो की लागत और 1,200 टन स्टील की लागत से फालकिर्क व्हील बनी. हर साल यहां 600,000 से अधिक पर्यटक दुनिया के एकलौते गोल घूमने वाले बोट लिफ्ट को देखने स्कॉटलैंड पहुंचते हैं.