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नस्लीय टिपण्णी करने वाले साराजिन ने इस्तीफा दिया

१० सितम्बर २०१०

मुस्लिम और यहूदी अप्रवासियों के खिलाफ नस्लीय टिपण्णी करने वाले जर्मन सेंट्रल बैंक के बोर्ड मेम्बर थिलो साराजिन ने पद से इस्तीफा दिया. बयान से विवाद पैदा करने वाले साराजिन ने राष्ट्रपति क्रिस्टियान वुल्फ को इस्तीफा भेजा.

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थिलो साराजिनतस्वीर: picture-alliance/dpa

65 साल के साराजिन ने किसी तरह की कार्रवाई से पहले खुद ही पद से इस्तीफा दे दिया. उनके इस्तीफे की पुष्टि करते हुए जर्मन सेंट्रल बैंक ने कहा, ''डॉक्टर साराजिन ने राष्ट्रपति से आग्रह किया है कि उन्हें कार्यभार से मुक्त किया जाए.'' सेंट्रल बैंक ने अपने बयान में यह भी कहा कि साराजिन को दफ्तर की कुछ जिम्मेदारियों मुक्त कर दिया गया है. बाकी औपचारिकताएं भी सितंबर के आखिर तक पूरी कर ली जाएंगी.

विवादास्पद बयान देने वाले साराजिन ने खबरों की पुष्टि करते हुए कहा कि वह इस्तीफा दे चुके हैं. जर्मनी के पूर्व वित्त मंत्री साराजिन ने अपनी किताब में मुस्लिम और यहूदी समुदाय के लोगों पर कई आपत्तिजनक टिपण्णियां की हैं. किताब में उन्होंने कहा है कि तुर्क और अरब मुस्लिम जर्मन समाज को खोखला कर रहे हैं. उनके बहुत ज्यादा बच्चे पैदा करने से देश की परंपराओं और स्वरूप के सामने खतरा पैदा हो गया है. इतना ही नहीं इस विचार को साराजिन ने यहूदियों से भी जोड़ा और कहा, ''यहूदियों में भी ऐसा ही जीन है.''

ऐसे आपत्तिजनक बयानों के बाद बैंक समेत जर्मन राजनीति में हड़कंप मच गया. बैंक के बोर्ड सदस्यों ने सर्वसम्मति से उन्हें हटाए जाने का फैसला किया. चासंलर अंगेला मैर्केल ने भी बुंडसबैंक से कहा कि साराजिन को बर्खास्त किए जाने के बारे में उसे सोचना चाहिए. माना जा रहा था कि साराजिन को बर्खास्त करने की तैयारियां चल रही थीं लेकिन इससे पहले ही उन्होंने गुरुवार इस्तीफा दे दिया.

विपक्ष में बैठी उनकी पार्टी एसपीडी भी साराजिन पर भड़की हुई है. उन्हें पार्टी से बर्खास्त किए जाने की तैयारी चल रही है. एक टेलीविजन चैनल से बात करते हुए एसपीडी के मुख्य नेता जिगमार गाब्रिएल ने कहा, ''उन्होंने एक रेखा पार की है और पार्टी के लोग कह रहे हैं कि ऐसा यहां नहीं चलेगा.''

हालांकि साराजिन का कहना है कि आगे भी वह अपने काम में जुटे रहेंगे. उन्होंने कहा, ''जिस ढंग से मीडिया और नेताओं ने इसे लिया, उसके बाद मुझे यह माहौल बहुत जोखिम भरा लगा. इसलिए अब मैं अपनी रणनीति वापस लेता हूं. आगे मैं ऐसे विषयों पर काम करता रहूंगा, जो मुझे महत्वपूर्ण लगते हैं.''

रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह

संपादन: वी कुमार

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