दुर्गा पूजा के रंग में रंगा बंगाल
पश्चिम बंगाल दुर्गापूजा के त्योहार के रंगों में रंग गया है. इस बार झांकियों में कहीं नोटबंदी की थीम है तो कहीं अमेरिका और इंग्लैंड का नजारा. साथ ही आयोजन पर गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स (जीएसटी) की मार भी नजर आ रही है.
पूजा की धूम
पश्चिम बंगाल में 15 हजार से ज्यादा पंडालों में पूजा आयोजित की जाती है. इनमें से तीन हजार तो केवल राजधानी कोलकाता और आसपास के इलाकों में ही हैं.
जबरदस्त लाइटिंग
पूरे साल दुनिया भर में घटने वाली प्रमुख घटनाओं को पंडालों की सजावट और लाइटिंग के जरिए सजीव किया जाता है.
बड़ा उत्सव
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस बार कोई तीन दर्जन से ज्यादा पंडालों का उद्घाटन किया है. बंगाल में दुर्गा पूजा सबसे बड़े उत्सवों में माना जाता है.
लोगों में उत्साह
कोलकाता में कम से कम दो दर्जन पूजा समितियां ऐसी हैं, जहां लोग घंटों कतार में खड़े रहते हैं. ऐसे पंडालों में रोजाना लाखों लोग जुटते हैं.
नया करने की चाह
इन आयोजनों के लिए महीनों पहले से तैयारियां शुरू हो जाती है. आयोजकों में एक दूसरे को पिछाड़ने की होड़ मची रहती है.
बर्फ की दुर्गा
कोलकाता की एक पूजा समिति ने तो दुर्गा की बर्फ से बनी थ्री-डी मूर्ति बना दी है.
बड़ा बजट
हाल के वर्षों में इस आयोजनों की भव्यता और बढ़ी है. कई पंडालों का बजट पांच से दस करोड़ रूपये के बीच होता है.
सबसे लंबी रंगोली
कोलकाता की एक पूजा समिति ने तो सवा किलोमीटर लंबी सड़क पर ही रंगोली बना दी है.
पूजा में पठान
पूजा पंडालों के उद्घाटन के मौके पर कई फिल्मी कलाकार और खिलाड़ी भी पहुंचते रहे हैं. महानगर की एक पूजा में पहुंचे भारतीय क्रिकेटर युसूफ पठान.
हर्षोल्लास
शहर में जगह जगह दुर्गा पूजा के आयोजन होते हैं. इसमें लोग बड़ी संख्या धार्मिक हर्षोल्लास के साथ हिस्सा लेते हैं.