दादा के बल्ले ने कोलकाता को जिताया
१७ अप्रैल २०१०इडेन गार्डन्स में 50 गेंदों में 75 रन की पारी खेलने और शेन वॉर्न की सेना को पटखनी देने के बाद कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान सौरव गांगुली ने कहा, "कुछ लोग हमेशा मुझे नीचे खींचते रहते हैं. जैसा कि मैंने पहले कहा था कि मैं मैदान पर टिका नहीं रहता अगर मैं अच्छा खिलाड़ी नहीं होता. शायद इसी कारण मुझे खेलते रहने की प्रेरणा मिलती है. मैं मेहनत करता हूं और अपने काम में ईमानदार हूं."
दादा का कहना था, "मैं प्रतिक्रिया देता हूं. इतने लंबे समय खेल में रहने के बाद मैं जानता हूं कि ये सही है या ग़लत. अगर सही है तो मैं और अच्छा करने की कोशिश करता हूं. मेरा सिर्फ़ एक ही लक्ष्य रहता है, हर बार अच्छा खेलना. ये कई बार होता है और कई बार नहीं होता."
शनिवार को कोलकता ने राजस्थान रॉयल्स को आठ विकेट से हराया. राजस्थान ने कोलकाता के सामने 133 रनों का लक्ष्य रखा. कोलकाता के लेफ्ट हैंड बॉलर जयदेव ने तीन विकेट लिए और अशोक दिंडा ने 24 रन देकर दो विकेट लिए. कोलकाता की शुरुआत अच्छी नहीं हुई. क्रिस गेल और मेक्कुलम जल्दी आउट हो गए. लेकिन ओपनिंग करने उतरे दादा ने एक छोर पर खूंटा गाड़ दिया. उनका साथ दिया चतेश्वर पुजारा ने. पुजारा ने 45 रनों का योगदान दिया.
राजस्थान रॉयल्स के यूसुफ़ पठान से काफ़ी उम्मीदें थीं लेकिन वे इस मैच में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके और महज़ 8 रन बनाकर आउट हो गए. नाइट रारइडर्स की छठी जीत के साथ उसके 13 मैचों में 12 अंक हो गए हैं, उसके सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीद बनी हुई हैं.
रिपोर्टः पीटीआई/आभा मोंढे
संपादनः ओ सिंह