नहीं मिलेगी किराये की कोख
१६ अगस्त २०१४हाल में ऑस्ट्रेलियाई दंपति के मामले में हुए विवाद के बाद यह कदम उठाया गया. ऑस्ट्रेलिया के एक दंपति ने थाइलैंड में एक महिला के जरिए अपना बच्चा पैदा करवाया था. पहले खबर मिली कि जुड़वां बच्चों में से एक को डाउन सिंड्रोम होनो के कारण जैविक मां बाप थाइलैंड में ही छोड़ गए. बाद में पता चला कि गर्भाशय किराये पर देने वाली महिला ने डर के कारण बच्चा नहीं दिया. उसे लगा कि ऑस्ट्रेलिया में डाउन सिन्ड्रोम वाले बच्चे की अच्छे से देखभाल नहीं होगी. ऑस्ट्रेलियाई दंपति के इस मामले के बाद से ही इस मुद्दे पर सख्ती बरती जा रही है.
पिंयाई ने बताया कि कानूनी खाके को संवैधानिक सभा के पास भेजा जा चुका है. उनके मुताबिक इस साल के अंत तक कानून को लागू किए जाने की उम्मीद है. थाइलैंड के विदेश मंत्रालय से प्राप्त हुई जानकरी के मुताबिक पिछले दिनों एक अन्य ऑस्ट्रेलियाई दंपति को सरोगेसी से पैदा हुआ बच्चा साथ ले जाने से रोक दिया गया. अधिकारियों का कहना है कि उनके पास सारे जरूरी कागजात मौजूद नहीं थे.
एक आप्रवासन अधिकारी ने बताया कि हाल में हुई घटना के बाद से सरोगेसी से पैदा हुए बच्चों के माता पिता के मामले में ज्यादा सतर्कता बरती जा रही है. उन्होंने कहा, "देश छोड़ने के लिए जरूरी है कि आपके पास इस बात की पुष्टि करते सभी कानूनी कागज हों कि आप बच्चे के माता पिता है."
वहीं ऑस्ट्रेलिया ने थाइलैंड की यात्रा के लिए अपने यहां नियमों में तब्दीली की है. सरोगेसी के मकसद से थाइलैंड जाने वाले दंपतियों को कानूनी सलाह लेनी होगी. थाइलैंड के विदेश मामलों और व्यापार विभाग के मुताबिक किराये की कोख के कारोबार पर अब तक थाइलैंड में कानूनी स्थिति बहुत साफ नहीं है. फिलहाल दोनों ही तरफ सरोगेसी के मामले में कानूनी सलाह लिए जाने को बढ़ावा दिया जा रहा है.
एसएफ/एएम (डीपीए)