तेल रिसाव: बीपी का 'टॉप किल' अभियान फेल
३० मई २०१०बहुत ज़्यादा गति से निकल रहे तेल के कारण बीपी कंपनी टॉप किल अभियान नाकाम हो गया. बीपी के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर डो सटल्स ने कहा, "हम कुएं के दबाव पर काबू नहीं पा सके, हमने इसके लिए कई कोशिशें की."
तेल के पाइप में हुए छेद को भारी मिट्टी के गारे से बंद करने की कोशिश की जा रही थी इसके लिए वैज्ञानिकों की टीम ने करीब 30 हज़ार बैरल गारा पाइप में डाला कुछ रबर की बुलेट भी डालीं लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.
सटल्स ने कहा है कि अब बीपी लोअर मरीन राइज़र पैकेज (एलएमआरपी) का इस्तेमाल करेगी. यह अभी के पाइप का विकल्प होगा. नई तकनीक से सीधे कुएं के मुंह से तेल उपर भेजा जाएगा पाइप को प्लग करने की ज़रूरत नहीं होगी. इसे फिट करने में कम से कम 4 से 7 दिन लगेंगे. बीपी ने कहा है कि अभी कंपनी ने 22 हज़ार बैरल तेल इस साइफन के ज़रिए निकाला है. बीपी को उम्मीद है कि नया साइफन बेहतर काम करेगा. सटल्स ने कहा, "हमें विश्वास है कि एलएमआरपी तेल के ज़्यादातर बहाव को काबू में कर लेगा लेकिन कितना करेगा इसका सटीक आंकड़ा मैं नहीं दे सकता."
मैक्सिको की खाड़ी से रिसता ये तेल 160 किलोमीटर दूर अमेरिका के कुछ समुद्री तटों पर पहुंचा है जहां दूर दूर से कई पक्षी घरौंदा बनाते हैं और ये उनके प्रजनन का समय होता है. इस दौरान कई पैलिकन पक्षी तेल में सने मिले हैं, उनका उपचार किया जा रहा है. लुइसियाना प्रांत के बीच महीने भर से बंद पड़े हैं.
40 दिन पहले मैक्सिकों की खाड़ी में तेल के कुए में दुर्घटना होने के कारण पूरा स्टेशन ध्वस्त हो गया था और 11 लोगों की मौत हो गई थी. हादसे की वजह से अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को भी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. तेल खनन से जुड़े कई वरिष्ठ अधिकारियों की छुट्टी कर दी है. जांच में पता चला है कि भ्रष्टाचार और सेक्स संबंधों के चलते अमेरिका में तेल खनन के नाम पर भारी गड़बड़ियां हुई हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा मोंढे
संपादनः ओ सिंह