तालाबंदी में प्रकृति से जुड़ने के 8 तरीके
प्रकृति में वक्त बिताना मन और शरीर को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी है. कोविड 19 को रोकने के लिए चल रही तालाबंदी में करोड़ों लोग अपने घरों में कैद हो गए हैं. देखिए इस तालाबंदी में भी आप प्रकृति के कैसे करीब जा सकते हैं.
अगर अनुमति हो तो टहलने जाइए
हरे भरे इलाकों में वक्त बिताने से तनाव घटता है, हमें खुशी और तंदुरुस्ती का अहसास होता है. जर्मनी की तरह अगर बाहर जा कर कसरत करने की इजाजत आपके यहां भी हो तो हर रोज नजदीक के किसी पार्क या जंगल में जाइए. व्यस्त इलाकों और दूसरे लोगों से दूर रहिए. घर आकर हाथ जरूर धोइए. हाथ कैसे धोना है ये तो आपको हजारों बार बताया जा चुका होगा.
प्रकृति का संगीत
अगर बाहर जाना संभव नहीं है तो घर में रह कर भी प्रकृति के करीब जाइए. रिसर्च से पता चला है कि खिड़की से हरियाली को देखना या फिर प्राकृतिक आवाजों को सुनाना हमारे लिए अच्छा है. बहती हवाओं की आवाज, झूमते पेड़ों के पत्तियों की सरसराहट, चिड़ियों का कलरव यह सब आवाजें आसानी से ऑनलाइन भी उपलब्ध हैं. आप इन्हें सुन कर भी प्रकृति को अपने पास महसूस कर सकते हैं.
आभासी यात्रा
कई राष्ट्रीय पार्क बंद कर दिए गए हैं और फिलहाल यात्रा संभव नहीं है. तकनीक की मदद से आप घर से निकले बगैर भी यहां पहुंच सकते हैं. कई नेशनल पार्कों और वन्य जीव अभयारण्यों में वेबकैम है जिनकी फुटेज लाइव स्ट्रीम की जा रही है. ऐसे में आप कांगो के गुरिल्ला कॉरिडोर से लेकर, दक्षिण अफ्रीका के एलिफैंट पार्क और अमेरिका के ईगल नेस्ट तक बड़ी आसानी से जा कर जीवों को उनके प्राकृतिक आवास में लाइव देख सकते हैं.
सागर के नीचे
चिड़ियाघर और एक्वेरियम भी अपने बाड़ों की लाइवस्ट्रीम उपपलब्ध करा रहे हैं. यूएस कोस्ट के मोनटेरे बे एक्वेरियम में जेलीफिश कैम लगा है. रिसर्च बताते हैं कि मछलियों को एक्वेरियम में थोड़ी देर देखने का भी मन और शरीर पर बड़ा सुखद असर होता है. इससे तनाव और चिंता घट जाती है. अब घर बैठे बैठे ये अहसास मिल जाए तो फिर क्या कहना.
घर में बैठ चिड़ियों को निहारना
अपने आस पास मौजूद उन्मुक्त जीवों को देखना शुरू कीजिए. शायद किसी फूल पर मंडराती मधुमक्खी आपकी बालकनी में नजर आ जाए या फिर घर के चारों और लगी झाड़ियों में कोई और जीव. ब्रिटेन में लोगों के आस पास मौजूद चिड़ियों की तस्वीर भेजने की एक मुहिम शुरू हुई है. लोगों को सोशल मीडिया पर #BreakfastBirdwatch पर तस्वीरें भेजने को कहा जा रहा है. इसी तरह ऑस्ट्रेलिया में #BirdingatHome शुरू हुआ है.
चिड़ियों को दाना डालिए
चिड़ियों को दाने डालते रहें तो आपके घर के आस पास चिड़ियों का झुंड उमड़ता रहेगा और घर में रहने वाले बच्चों को भी उन्हें देख कर खुशी होगी. इसके लिए कुछ ज्यादा नहीं करना बस थोड़े से बीज, कुकिंग फैट और नारियल के छिलकों की जरूरत है. अगर आपके पास गार्डेन नहीं है तो भी कोई चिंता नहीं है. आप अपनी खिड़की या बालकनी में फीडर लटका कर भी परिंदों को न्यौता दे सकते हैं.
कीड़ों के लिए घर
स्थानीय जैव विविधता को बढ़ावा देने के लिए आप कीड़ों के लिए घर बना सकते हैं. इसके लिए भी आपके पास बगीचा होना जरूरी नहीं है. तस्वीर में दिख रही संरचना जैसी छोटे या बड़े घर आप कीड़ों के लिए तैया कर सकते हैं. इसका आकार इस पर निर्भर करेगा कि आप इसे अपने अहाते में बना रहे हैं या फिर बालकनी में. लकड़ी के पुराने टुकड़े, सूखे पत्ते, पुआल और दूसरी प्राकृतिक चीजें आपकी इसमें मदद करेंगी.
बागवानी
बागवानी से तनाव दूर होता है और प्रसन्नता बढ़ती है. तालाबंदी का उपयोग क्यों ना कुछ सब्जियां या फिर रंग बिरंगे फूलों को उगाने में किया जाए. लैवेंडर, अजवाइन और तेजपत्ता जैसे कीड़ों के दोस्त हैं. ये तितलियों और मक्खियों को भी आकर्षित करते हैं. जिनसे परागण होता है. आप ये पौधे घर में भी उगा सकते हैं. तो फिर सोच क्या रहे हैं? आस पास की किसी नर्सरी को फोन घुमाइए, कहीं तालाबंदी खत्म ना हो जाए.
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