तस्वीरें: समाज का आईना
तस्वीरें झूठ नहीं बोलती, जर्मन शहर हनोवर में चल रही एक प्रदर्शनी इसी बात को साबित करने की कोशिश कर रही है. प्रदर्शनी का शीर्षक है "समाज का आईना". दुनिया भर के फोटोग्राफर यहां समाज के अलग अलग पहलुओं को दिखा रहे हैं.
'टेकेन'
यह तस्वीर केनिया की एक बच्ची की है जिसके जननांग काट दिए गए हैं. दुनिया के 29 देशों में इस अपराध को प्रथा की तरह निभाया जाता है. 14 करोड़ लड़कियां इस दर्द से गुजर रही हैं.
'वन इन ए हंड्रेड'
गर्भावस्था के दौरान जब पता चलता है की बच्चे को डाउन सिंड्रोम है तो माता पिता अक्सर गर्भपात का फैसला लेते हैं. डेनमार्क में 90 फीसदी दम्पति ऐसा करते हैं. पांच साल की एमी भी डाउन सिंड्रोम से पीड़ित है.
'आवर वॉर, आवर पेन'
माफिया और हिंसा भी एक बड़ी समस्या है. साल 2010 में वेनेजुएला में 16,000 लोगों का कत्ल हुआ. अकेले कराकास में ही हर हफ्ते पचास लोगों की जान जाती है. इसे दुनिया का सबसे खतरनाक शहर माना जाता है.
'वन डे इन हिस्ट्री'
फिनलैंड की फोटोग्राफर इस तरह की तस्वीरों से लोगों का ध्यान उस नरसंहार की ओर खींचना चाहती हैं जिसने तीन साल पहले लोगों का दिल दहला दिया. नॉर्वे के शहर ऊटेआ में कई लोगों की जान गयी.
'पैसिफिकाशाओ'
यह तस्वीर फुटबॉल वर्ल्ड कप के लिए रियो दे जनेरो में हुए 'पैसिफिकेशन प्रोग्राम' के असर को दिखाती है. कोपाकबाना जैसे इलाकों में दौलत दिखता है तो दूसरे इलाकों में अपराध, भ्रष्टाचार और ड्रग्स का आलम है.
'मेकॉन्ग सोर्स टू सी'
चीन, म्यांमार, लाओस, थाईलैंड, कम्बोडिया और वियतनाम से गुजरने वाली मेकॉन्ग नदी लाखों लोगों के जीवन को प्रभावित करती है. यह तस्वीर यही दर्शाने की कोशिश कर रही है.
'बुजकाशी'
यह अफगानिस्तान का राष्ट्रीय खेल है. बुजकाशी में दो घुड़सवार एक मरे हुए मेमने के लिए आपस में भिड़ते हैं. लोगों में इस खेल के लिए खूब उत्साह होता है.
'मैगी'
तस्वीरों की यह श्रृंखला दिल दहला देने वाली है. इनके जरिए महिलाओं पर हो रही घरेलू हिंसा की ओर ध्यान खींचा जा रहा है.
'स्ट्रे किड्स'
एक जर्मन फोटोग्राफर की तस्वीरों की यह श्रृंखला लावारिस बच्चों के बारे में बताती है.