तनाव आपसे छीन रहा है जिंदगी के साल
शांत रहें, स्वस्थ रहें और आगे बढ़ें, इंसान के लिए दीर्घायु प्राप्त करने का यह मूलमंत्र साबित हो सकता है. जी हां, यह कोई व्याख्यान नहीं बल्कि वह सच्चाई है.
महिलाओं पर लागू
एक ताजा शोध में बताया गया है कि तनावपूर्ण स्थितियों में इंसान जिस तरह से प्रतिक्रिया करता है, उसी से यह निर्धारित होता है कि वह कितना लंबा जिएगा. यह बात महिलाओं के संदर्भ में विशेष रूप से लागू होती है.
हंसकर गुजार दें
डेली मेल में प्रकाशित इस अध्ययन के मुताबिक तनाव से भरे क्षणों को भी हंसकर गुजार देना लंबे जीवन का मूलमंत्र साबित हो सकता है. हालांकि यह कहना जितना सरल है, करना उतना ही मुश्किल.
रोग प्रतिरोधक तंत्र
तनाव के समय भी सकारात्मक रहने से शरीर में होने वाली उत्तेजना मे कमी आती है. रिसर्च के अनुसार हम दिन प्रतिदिन जिस तरह की चुनौतियों का सामना करते हैं उससे हमारा रोग प्रतिरोधक तंत्र कमजोर हो सकता है.
सामना करें
शोध में पता चला है कि स्वास्थ्य पर होने वाला असर तनाव के कारण नहीं, बल्कि इस बात से पड़ता है कि कोई व्यक्ति उस तनाव का सामना किस तरह से करता है.
सकारात्मक रहें
पेनसिलवेनिया यूनिवर्सिटी की नेंसी सिन का कहना है कि सकारात्मक भावनाएं किस तरह से तनावपूर्ण स्थिति से निपटने में हमारी मदद करती हैं, इस पर अब तक ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया है.
बीमारियों का कारण
तनावपूर्ण स्थिति में शरीर में बढ़ी उत्तेजना मोटापा, दिल की बीमारी और कैंसर जैसी घातक बीमारियों का कारण बनती है. इन बीमारियों के कारण आयु प्रभावित होती है.