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डांस के लिए गिरफ्तार ईरानी रिहा

२२ मई २०१४

कहीं नाचना भी अपराध हो सकता है. ईरान में अमेरिकी गायक फैरेल विलियम्स के गीत हैप्पी पर नाचते हुए वीडियो बनाने वाले छह युवाओं को गिरफ्तार कर लिया गया था. अब उन्हें जमानत पर छोड़ दिया गया है.

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तस्वीर: YouTube

तेहरान की फैशन फोटोग्राफर रेहान तारावती ने इन खबरों की पुष्टि की है. उन्हें उनके दोस्तों के साथ इसलिए गिरफ्तार कर लिया गया था. तेहरान के पुलिस प्रमुख हुसैन साजेदेनिया ने गिरफ्तारी का आधार "लोगों की शुचिता को चोट पहुंचाने वाला अश्लील वीडियो" बताया. तारावती ने इंस्टाग्राम वेबसाइट पर अपने पोस्ट में कहा, "हाय, आई एम बैक." उन्हें कथित रूप से सरकारी टेलिविजन पर अपने वीडियो के लिए अफसोस जताते हुए दिखाया गया. इस वीडियो को पिछले महीने यूट्यूब पर पोस्ट किया था और इसे इंस्टाग्राम और फेसबुक पर बड़े पैमाने पर शेयर किया गया.

स्मार्ट फोन पर रिकॉर्ड किए गए इस वीडियो में तीन लड़कियों को एक कमरे में, छत पर और सुनसान गलियों में तीन नौजवानों के साथ विलियम्स के हिट हैप्पी की धुन पर नाचते हुए देखा जा सकता है. उसके बाद से यह क्लिप वायरल हो गया है और उसे ढाई लाख से ज्यादा बार क्लिक किया गया. तारावती ने हिरासत के दौरान एकजुटता दिखाने के लिए विलियम्स का धन्यवाद किया है. विलियम्स ने ट्विटर पर ईरान के युवाओं के साथ किए गए बर्ताव का विरोध किया था, "यह दुख की बात है कि इन बच्चों को खुशियां फैलाने की कोशिश के लिए गिरफ्तार किया गया है."

ईरान के अधिकारियों ने अब तक युवाओं की रिहाई की पुष्टि नहीं की है, लेकिन उनके साथ जुड़े सूत्रों का कहना है कि वीडियो का डाइरेक्टर अभी भी पुलिस हिरासत में है. उस पर ग्रुप के साथ धोखाधड़ी करने का भी आरोप है. उनकी रिहाई की रिपोर्ट के बीच यह भी कहा जा रहा है कि चीन का दौरा कर रहे ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी ने युवाओं के इस ग्रुप को समर्थन का संदेश भेजा है. कथित तौर पर उनके एक सहयोगी के अकाउंट पर उनके भाषण का एक हिस्सा ट्वीट किया गया है, "खुश होना हमारे लोगों का हक है, हमें खुशी के इजहार पर कड़ाई नहीं करनी चाहिए."

ये बातें राष्ट्रपति चुने जाने के बाद रूहानी ने अपने भाषण में कही थीं. रूहानी खुद को नरमपंथी कहते हैं और लंबे समय से देश में सामाजिक स्वतंत्रता का समर्थन करते रहे हैं. लेकिन उनके विचारों का परंपरावादी और कट्टर अनुदारवादी विरोध कर रहे हैं. प्रशासन पर इसी तबके का कब्जा है. मंगलवार को तारावती और उनके साथियों की गिरफ्तारी की खबर आने के बाद सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया था. ईरान के बहुत से लोगों ने इस पर नाराजगी का इजहार किया और कुछ ने तो सवाल किया है कि क्या ईरान में खुश होना जुर्म है.

वीडियो में लड़कियों ने हिजाब नहीं पहन रखा है. ईरान के हिजाब कानून के तहत महिलाओं को बाहर जाने पर अपने बाल और शरीर को ढकना होता है. इस्लामी गणतंत्र में नाचने पर प्रतिबंध है, जबकि विपरीत सेक्स के साथ मेलजोल को बुरी नजर से देखा जाता है. अनुदारवादी नहीं चाहते कि कि ईरान के युवा पश्चिमी लाइफस्टाइल के लिए ईरानी मूल्यों को छोड़ दें. इसे ईरानी अधिकारी ईरान के खिलाफ नर्म युद्ध मानते हैं.

एमजे/ओएसजे (एएफपी)