ट्विटर पर रहमान मलिक, चिदंबरम को दावत
२८ मई २०१०हफ्ते भर से मलिक सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर हैं और वह भारतीय गृह मंत्री पी चिदंबरम को भी इस पर आने की सलाह दे रहे हैं. एक भारतीय यूज़र के प्रस्ताव का जबाव देते हुए मलिक लिखते हैं, "मैं आपके सुझाव से सहमत हूं. मैं तो कहूंगा कि मेरे दोस्त, साथी और भारतीय गृह मंत्री पी चिदंबरम भी ट्विटर पर आएं."
गौर करने वाली बात यह है कि मलिक ने ट्विटर को उस समय इस्तेमाल करना शुरू किया है जब वह फेसबुक पर लॉगइन नहीं कर सकते हैं जिस पर उनका पेज भी है. दरअसल पाकिस्तान में पैगंबर मोहम्मद के कार्टूनों पर विवाद के चलते फेसबुक पर पाबंदी लगी है.
शुरू में तो इंटरनेट इस्तेमाल करने वालों ने सोचा कि ट्विटर पर मलिक के नाम से अकाउंट फर्जी है, लेकिन बाद में खुद पाकिस्तानी गृह मंत्री ने पत्रकारों के सामने इस बात की पुष्टि की कि वह भी ट्वीट करने लगे हैं. ट्विटर पर मलिक को लगभग एक हज़ार लोग फौलो कर रहे हैं जिनमें कई भारतीय भी हैं.
जैसे ही रहमान मलिक के ट्विटर पर आने की बात पक्की हुई तो जल्द ही उन्हें आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तानी जंग और जमात उद दावा के प्रमुख हाफिज सईद पर पाकिस्तानी सरकार के रुख जैसे मुद्दों पर कई सवाल मिलने लगे. सईद को आज़ाद करने के बारे में निचली अदालत के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में बरकरार रखे जाने पर एक भारतीय अखबार के संपादक के सवाल के जवाब में मलिक ने कहा, "सर हाफिज सईद का मामला संवेदनशील है. यह अदालत का फैसला है और मैं अदालती फैसले का सम्मान करता हूं."
मुंबई हमलों पर भारत और पाकिस्तान के लोगों के सवालों के जवाब में मलिक कहते हैं, "मैं इस मुद्दे पर कुछ नहीं कहना चाहूंगा. भारत और पाकिस्तान की सरकारें इस मुद्दे पर निकटता से काम कर रही हैं." एक और ट्वीट में मलिक ने लिखा है कि भारत और पाकिस्तान का साझा इतिहास रहा है अगर हम अपने लंबित मुद्दों को हल कर लें तो हमारी दोस्ती से क्षेत्र में बहुत शांति और समृद्धि आएगी.
अपने बारे में पूछे गए हल्के फुल्के सवालों का जवाब भी मलिक खूब दे रहे हैं. गुलाबी और हरे रंग की टाई में अकसर दिखने वाले मलिक से जब एक व्यक्ति ने इस बात का ज़िक्र किया तो उन्होंने कहा, "मेरे टाई कलेक्शन की तारीफ करने के लिए आपका बहुत शुक्रिया."
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः ईशा भाटिया