झटके के बाद सहवाग का अर्धशतक
४ अगस्त २०१०कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की टीम जब इस बड़े स्कोर का पीछा करने उतरी तो लगा जैसे सारे रन खुद सहवाग ही बना देना चाहते हों और वह भी आज ही. उन्होंने अपनी आदत के मुताबिक धुआंधार बल्लेबाजी शुरू की और सिर्फ 46 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा कर लिया. उन्होंने 50 रन के अंदर 11 चौके भी जड़ दिए.
उनके साथ पारी की शुरुआत करने वाले मुरली विजय ज्यादा देर तक क्रीज पर नहीं टिक पाए और सिर्फ 14 रन बना कर आउट हो गए. हालांकि तब तक टीम के 49 रन बन चुके थे क्योंकि दूसरी तरफ सहवाग क्रीज पर थे.
मुरली की जगह राहुल द्रविड़ खेलने आए और उन्होंने बड़े आराम से वीरू को बल्लेबाजी करने दिया. बीच बीच में उन्होंने कुछ रन बनाए, सिर्फ चौकों से. द्रविड़ ने चार चौकों की मदद से 16 रन बनाए.
इससे पहले श्रीलंका की पहली पारी 425 रन पर पूरी हुई. लेकिन इससे पहले समरवीरा ने अपना टेस्ट शतक पूरा किया और वह आखिर तक आउट नहीं हुए. समरवीरा ने 137 रन बनाए. मैथ्यूज ने 45 रन की अहम पारी खेली, जबकि पुछल्ले बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर पाए.
भारत की ओर से सबसे सफल गेंदबाज प्रज्ञान ओझा रहे, जिन्हें चार विकेट मिला. इशांत शर्मा को तीन और अमित मिश्रा को एक विकेट मिला. एक विकेट कामचलाऊ गेंदबाज वीरेंद्र सहवाग ने भी लिया.
तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में भारत एक हार के साथ पिछड़ा हुआ है और टेस्ट रैंकिंग में पहले नंबर पर बने रहने के लिए उसे यह मैच जीतना है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल
संपादनः एन रंजन