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ब्रसेल्स हमले: अब तक के सुराग

२८ मार्च २०१६

22 मार्च को ब्रसेल्स में हुए आत्मघाती हमलों के बारे में जांचकर्ताओं को कई सुराग मिले हैं. लेकिन अब भी बहुत सी कड़ियां उलझी हुई हैं. जानिए, अब तक किन किन सवालों के मिल चुके हैं जवाब.

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Belgien Brüssel Gedenkfeier Randale
तस्वीर: DW/B. Riegert

22 मार्च की सुबह कम से कम चार लोगों ने ब्रसेल्स में हमले किए. इनमें से तीन ब्रसेल्स के हवाई अड्डे पर मौजूद थे. सीसीटीवी तस्वीरों में दो को काले लिबास में, जबकि तीसरे को हल्के रंग की जैकेट और काले रंग की हैट लगाए देखा जा सकता है. काले कपड़े पहने दोनों व्यक्तियों ने आत्मघाती हमले किए और तीसरा व्यक्ति विस्फोटक को हवाई अड्डे पर ही छोड़ कर वहां से फरार हो गया. इन हमलों के एक घंटे बाद एक चौथे व्यक्ति ने मेलबेक मेट्रो स्टेशन पर आत्मघाती हमला किया.

इस बीच तीनों आत्मघाती हमलावरों की पहचान कर ली गयी है. जांचकर्ताओं का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज में देखे गए काले कपड़े पहने दोनों व्यक्ति भाई थे. ये ब्रसेल्स के ही निवासी थे और इन पर देश में पहले भी आपराधिक मामले दर्ज थे, हालांकि कोई भी मामला आतंकवाद से जुड़ा हुआ नहीं था. इनकी पहचान 29 साल के इब्राहिम अल बकरावी और 27 साल के खालिद अल बकरावी के रूप में हुई है.

वहीं मेट्रो स्टेशन के हमलावर की 24 साल के नाजिम लाखरावी के रूप में पहचान हुई है. यह भी बेल्जियम का ही नागरिक था और 13 नवंबर 2015 में हुए पेरिस हमलों के लिए इसकी तलाश थी.

Belgien Solidarität
बेल्जियम में एकजुटता का प्रदर्शनतस्वीर: DW/D. Regev

चौथे व्यक्ति की पहचान होना अभी बाकी है. बेल्जियम के मीडिया के अनुसार उसका नाम फैकल शेफो है और उसे हिरासत में लिया जा चुका है. वहीं जांचकर्मियों का कहना है कि फैकल सी नाम के एक व्यक्ति को आतंकी गतिविधियों के लिए गिरफ्तार तो किया गया है लेकिन इस बात की पुष्टि नहीं की है कि यह वही व्यक्ति है जिसे सीसीटीवी फुटेज में देखा गया. सरकारी चैनल आरटीबीएफ ने फुटेज में देखे गए व्यक्ति के जिंदा होने पर भी शक जताया है.

इसके अलावा स्थानीय मीडिया में मेट्रो स्टेशन पर एक और हमलावर के मौजूद होने की भी बात कही जा रही है लेकिन अधिकारियों ने इसकी भी पुष्टि नहीं की है. जांचकर्ता अब इस बात का पता लगा रहे हैं कि क्या हमलावरों को किसी और ने भी मदद पहुंचाई. इस सिलसिले में जर्मनी में दो गिरफ्तारियां हुई हैं. इनमें से एक के मोबाइल फोन पर आत्मघाती हमलावर के संदेश मिले हैं.

जांच के दौरान पता चला है कि नाजिम लाखरावी 2013 में सीरिया गया. उसने फर्जी पासपोर्ट पर अपना नाम सूफियान कयाल लिखवाया. पेरिस हमलों की तैयारी में भी उसने इसी पहचान का इस्तेमाल किया. पेरिस के हमलावरों द्वारा इस्तेमाल की गयी आत्मघाती बेल्ट में लाखरावी का डीएनए भी मिला है.

Belgien Brüssel nach den Anschlägen Premierminister Geert Bourgeois
हमलों के बाद प्रधानमंत्री के साथतस्वीर: picture-alliance/dpa/A. Belot

वहीं खालिद अल बकरावी की गिरफ्तारी के लिए दिसंबर में अंतरराष्ट्रीय वॉरेंट जारी किया गया था. जांचकर्ताओं को शक था कि उसने पेरिस के हमलावरों को छिपाने के लिए झूठा पहचान पत्र इस्तेमाल कर दक्षिणी बेल्जियम में एक घर किराए पर लिया था. इसके अलावा 15 मार्च को ब्रसेल्स में जिस घर पर पुलिस ने रेड की, उसे भी संभवतः बकरावी ने ही किराए पर लिया था.

ब्रसेल्स और पेरिस के हमलों को अब एक साथ जोड़ कर देखा जा रहा है. पेरिस के सात हमलावरों की हमले के दौरान ही मौत हो गयी है. हमलों से जुड़े तीन अन्य संदिग्धों की 18 नवंबर को पेरिस के करीब हुई रेड में जान गयी. इसके बाद 15 मार्च को ब्रसेल्स में पुलिस ने छापा मारा, जिसमें एक और व्यक्ति की मौत हुई. तीन संदिग्ध हिरासत में हैं और एक की तलाश जारी है.

ब्रसेल्स हमलों में मरने वालों की संख्या 35 हो चुकी है. इनमें आठ देशों के लोग शामिल हैं. घायलों की संख्या 340 से भी ज्यादा बताई जा रही है और कम से कम 100 लोग अब भी अस्पताल में भर्ती हैं. इस्लामिक स्टेट का कहना है कि उसने बेल्जियम से अमेरिका के साथ मिल कर सीरिया और इराक में उसके ठिकानों पर किए गए हमलों का बदला लिया है.

आईबी/एमजे (डीपीए)