जीवनशैली बदलनी होगी बेकर को
१५ जनवरी २०१४बोरिस बेकर फिर से सुर्खियों में हैं और इस बार सही कारणों से. सक्रिय खेल करियर को विदा कहने के बाद वे प्रेम प्रसंगों या पारिवारिक कारणों से सुर्खियों में रहे हैं. बीच बीच में किताब लिखकर भी वे खबरों में बने रहे हैं. लेकिन अब वे फिर से अपने खेल की वजह से चर्चा में हैं और उनके करीबी लोग उनसे सुर्खियों से बाहर निकलने को कह रहे हैं.
जर्मनी की डेविस टीम के कोच रहे निकी पिलिच ने कहा है कि बेकर को अपनी जीवनशैली बदलने और मीडिया की सुर्खियों से बाहर निकलने की जरूरत है. छह बार ग्रैंड स्लैम चैंपियन रहे बेकर को जर्मनी में टेनिस को लोकप्रिय कराने का श्रेय जाता है और वे अभी भी जर्मनी में अत्यंत लोकप्रिय हैं. लेकिन 1999 में रिटायर होने के बाद से लोगों में उनकी छवि लगातार खराब होती गई है.
पिछले एक दशक से ज्यादा समय में टेनिस जगत में उनकी उपलब्धियों की जगह उनकी निजी कहानियां लेती गई हैं. पिछले साल उनकी दूसरी आत्मकथा में उन्होंने अपने कई प्रेम प्रसंगों का जिक्र किया जिसकी वजह से काफी हंगामा मचा.
बेकर का अंतिम मौका
दिसंबर में बेकर ने अचानक जोकोविच के मुख्य कोच की जिम्मेदारी संभाली जिसका मकसद सर्बिया के खिलाड़ी को मानसिक बढ़त देना है. जोकोविच के इस फैसले का फायदा तब दिखा जब उन्होंने ऑस्ट्रेलियन ओपन के दूसरे राउंड में लुकास लाचको को सीधे सेटों में हराया.
1988 और 1989 में डेविस कप में जर्मनी की जीतों में बोरिस बेकर को कोच करने वाले पिलिच ने कहा, "कोचिंग का यह काम बेकर के लिए गंभीर और स्थापित कोच बनने का अंतिम मौका है." पिलिच ने युवा जोकोविच के साथ भी काम किया है. 74 वर्षीय पिलिच मानते हैं कि यदि बेकर इस प्रोजेक्ट में कामयाब रहते हैं तो वे अपनी छवि पर लगी खरोचों को मिटा पाएंगे.
पिलिच बोरिस बेकर के व्यापक अनुभवों को उनके लिए लाभदायक मानते हैं लेकिन साथ ही उनका कहना है कि खेल से लंबे समय तक दूर रहने के कारण बेकर को ज्यादा अनुशासन दिखाना होगा और मीडिया से दूर रहना होगा. "उन्हें कड़े अनुशासन और एक हद तक विनम्रता की जरूरत है. यह उनके लिए आसान नहीं है, लेकिन उनके सामने और कोई विकल्प नहीं है."
कोर्ट से ज्यादा रेड कार्पेट पर दिखने वाले बोरिस बेकर के बारे में पिलिच कहते हैं, "उन्हें बहुत ज्यादा इंटरव्यू नहीं देना चाहिए, संयमित रहना चाहिए और अपना काम चुपचाप करना चाहिए." बेकर के पूर्व कोच का मानना है कि उन्हें समझना होगा कि वे खिलाड़ी से ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं हैं.
एमजे/आईबी (रॉयटर्स)