जिम्बाब्वे ने भारत को सात विकेट से हराया
३ जून २०१०महज 195 रनों का पीछा करने उतरी मेजबान टीम ने बेहतरीन शुरुआत की और भारतीय गेंदबाजों की धज्जियां उड़ा दीं. किसी भी तेज बॉलर को सफलता नहीं मिल पाई. माजाकादजा और टेलर ने पहले विकेट लिए ही 128 रन जोड़ दिए और वहीं मैच का नतीजा भी लगभग तय हो गया.
माजाकादजा ने 66 और टेलर ने 74 रन की शानदार पारी खेली और अपनी टीम के लिए एक बेहद मजबूत बुनियाद रख दी. इसके बाद का जिम्मा कोवेन्ट्री और चिगुम्बुरा ने उठा लिया. इन दोनों बल्लेबाजों ने समझदारी के साथ खेलते हुए 38.2 ओवर में 197 रन बना कर जीत हासिल की.
इस तरह भारतीय क्रिकेट टीम इस मुकाबले में लगातार दूसरी बार मेजबान जिम्बाब्वे से परास्त हो गई. हालांकि बीच में सुरेश रैना की टीम ने श्रीलंका पर जीत भी दर्ज की लेकिन इतना काफी नहीं है. रविवार को फाइनल मैच खेला जाना है, जिसमें अब जिम्बाब्वे के पहुंचने की संभावना बहुत बढ़ गई है.
इससे पहले भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए बेहद खराब प्रदर्शन किया और निर्धारित 50 ओवर में सिर्फ 194 रन बनाए. रवींद्र जडेजा ने 51 रन बनाए. हरारे में खेले गए वनडे मैच में एम विजय और मुरली कार्तिक ने टीम इंडिया को अच्छी शुरुआत दी और पहले विकेट लिए 58 महत्वपूर्ण रन जोड़े. हालांकि इसके लिए टीम ने 16 ओवर से ज्यादा का वक्त ले लिया और यहीं से टीम पर दबाव बढ़ने लगा. सबसे पहले कार्तिक 33 रन बना कर आउट हुए और फिर विजय भी जल्दी चलते बने.
विराट कोहली और रोहित शर्मा पर टीम इंडिया का स्कोर बढ़ाने की जिम्मेदारी थी, जो वह पूरा नहीं कर पाए. भारत की आधी टीम 95 रन के स्कोर पर पैविलियन लौट चुकी थी. कप्तान सुरेश रैना और रोहित शर्मा तीन रन के अंदर रन आउट हो गए. बल्लेबाजों में तालमेल की कमी के बीच रवींद्र जडेजा ने पारी को संभालने की कोशिश की लेकिन दूसरी तरफ से उन्हें सहयोग नहीं मिल पाया. यूसुफ पठान सहित बाकी के बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर पाए और भारतीय टीम निर्धारित 50 ओवर में सिर्फ 3.88 के रन औसत से 194 रन बना पाई.
तीन देशों के इस टूर्नामेंट में भारत, श्रीलंका और जिम्बाब्वे की टीमें हैं. इस टूर्नामेंट में भारत की दूसरे स्तर की टीम खेलने गई है. नियमित कप्तान महेंद्र सिंह धोनी, सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर जैसे खिलाड़ी टीम में नहीं हैं. सुरेश रैना की कप्तानी में भारतीय क्रिकेट टीम के सामने ट्वेन्टी 20 क्रिकेट वर्ल्ड कप में मिली हार को धोने की जिम्मेदारी है. जल्दी ही एशियाई क्रिकेट टीमों को एशिया कप में भी खेलना है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल
संपादनः आभा मोंढे