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जहर नहीं, दहशत से मौत

३० अप्रैल २०१४

उसे मौत की सजा मिली थी. डॉक्टरों ने जहरीली सुई देने का फैसला किया. पर 13 मिनट बाद वह उठने लगा. सुई का असर न होते देख उसे बचाने की कोशिश की गई, तो दिल का दौरा पड़ गया और उसकी मौत हो गई.

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तस्वीर: picture-alliance/dpa

मौत की यह कहानी अमेरिका में ओकलाहोमा सिटी की है. यहां सजा पाए क्लेटन लॉकेट की जान लेने के लिए नए इंजेक्शन का टेस्ट किया जाना था. उसे डॉक्टरों की देख रेख में मैकेलेस्टर में यह सुई दी गई. लॉकेट थोड़ी देर बिस्तर पर पड़ा रहा लेकिन फिर अचानक उसने सिर उठाना शुरू किया. प्रक्रिया शुरू होने के 13 मिनट बाद वह कुछ बोलने की कोशिश करने लगा. डॉक्टरों ने यह स्थिति देखते हुए उसे खत्म करने का काम रोक दिया और उसे बचाने में जुट गए.

तरीके पर सवाल

लेकिन प्रक्रिया शुरू होने के 40 मिनट बाद उसे दिल का जबरदस्त दौरा पड़ा और उसने दम तोड़ दिया. राज्य सरकार के अधिकारी जेरी मेसी ने बताया, "हम समझते हैं कि उसकी कोई नस फट गई और दवा ने वैसा काम नहीं किया, जैसा हमने सोचा था. इसके बाद निदेशक ने उसे खत्म करने की प्रक्रिया को रोकने का आदेश दिया."

इस घटना के बाद मृत्यु दंड और उसे पूरा करने के तरीकों पर एक बार फिर बहस शुरू होने वाली है. लॉकेट के वकीलों का कहना है कि जिस सुई का इस्तेमाल किया गया, उससे कैदियों को बहुत पीड़ा हो सकती है और इससे संवैधानिक नियमों की अवहेलना होती है.

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इंजेक्शन प्रक्रिया में इस्तेमाल होने वाला बिस्तरतस्वीर: picture-alliance/dpa

किसी की जान चली गई!

मौत की सजाओं पर नजर रखने वाली संस्था डेथ पेनाल्टी इंफॉर्मेशन सेंटर के रिचर्ड डीटर कहते हैं, "यह पूरी बहस में एक बड़ा मोड़ साबित हो सकता है क्योंकि लोग इस तरह की बातों से परेशान हो जाते हैं. इसके बाद मृत्यु दंड पर तब तक रोक लग सकती है, जब तक सरकार इसे बिना किसी परेशानी के पूरा करने की गारंटी नहीं देती." डीटर ने कहा, "किसी की अक्षमता की वजह से आज रात कोई मारा गया."

इस प्रक्रिया की चश्मदीद जीवा ब्रांसटेटर ने बताया कि लॉकेट निश्चित तौर पर दर्द से गुजर रहा था. जब प्रकिया नाकाम होने लगी, तो लॉकेट के चैंबर के आगे पर्दा लगा दिया गया और चश्मदीद इसके आगे की कार्यवाही नहीं देख पाए. ब्रांसटेटर ने कहा, "वह तड़प रहा था. वह जबड़े भींच रहा था. वह कई कुछ बुदबुदाया लेकिन उसकी बात समझ में नहीं आई." इस नई सुई के इस्तेमाल को लेकर मौत की इस सजा को पहले कई हफ्तों तक टाला जा चुका था. आखिरकार इसे मंगलवार को पूरा करने का फैसला किया गया. वकीलों का कहना है कि सरकार ने इस इंजेक्शन से जुड़ी कई बातें नहीं बताई हैं.

हत्या के दोषी

पिछले हफ्ते ओकलाहोमा राज्य के सुप्रीम कोर्ट ने लॉकेट के साथ एक और कैदी चार्ल्स वार्नर को सुई देकर मारने की सहमति दे दी. उसका कहना था कि सरकार ने इंजेक्शन के बारे में पर्याप्त जानकारी दी है. लेकिन इस घटना के बाद दूसरे कैदी की सजा 14 दिन टाल दी गई है.

38 साल के लॉकेट को 1999 के एक मामले में हत्या, बलात्कार और अपहरण का दोषी करार दिया गया था. उसने एक किशोरी स्टेफनी नीमन को एक कम खुदी जगह पर जिंदा दफन कर दिया था, जहां बाद में उसकी मौत हो गई. 46 साल के दूसरे कैदी वार्नर ने 1997 में अपनी गर्लफ्रेंड शॉन्डा वॉलर की 11 महीने की बेटी की हत्या कर दी थी. लॉकेट और वार्नर को मार्च में ही फांसी दी जानी थी. लेकिन अदालतों ने कहा था कि इसके लिए इस्तेमाल तरीकों के बारे में विस्तार से जानकारी दी जानी चाहिए.

ओकलाहोमा की गवर्नर मेरी फालिन का कहना है, "मैंने सजा की देख रेख करने वाली एजेंसी से ब्योरा मांगा है कि वह क्लेटन डैरेल लॉकेट को सजा देने की प्रक्रिया के समय जो कुछ हुआ वह बताए और यह भी बताए कि ऐसा क्यों हुआ."

एजेए/एमजे (रॉयटर्स)