जलवायु सम्मेलन में भारत का पवेलियन
बॉन के जलवायु सम्मेलन में भारत भी हिस्सा ले रहा है और सबकी नजरें उस पर है. भारत के पवेलियन को लेकर यहां काफी उत्सुकता है. इन तस्वीरों में देखिये ये पवेलियन.
जलवायु सम्मेलन में भारत का पवेलियन
बॉन के जलवायु सम्मेलन में भारत भी हिस्सा ले रहा है और सबकी नजरें उस पर है. भारत के पवेलियन को लेकर यहां काफी उत्सुकता है. इन तस्वीरों में देखिये ये पवेलियन.
तकनीक और परंपरा का संगम
पवेलियन में नई तकनीक के जरिये भारत की उपलब्धियों को दिखाने की कोशिश की गयी है. इस स्क्रीन पर लगातार वीडियो चल रहा है.
फ्लोटिंग एलईडी
आकर्षक आकृति वाली इस स्क्रीन को फ्लोटिंग एलईईडी कहते हैं, इसमें वीडियो चलता रहता है, लेकिन बहुत ऊर्जा खर्च नहीं होती.
ग्लोब स्क्रीन
ग्लोब जैसी दिखती यह आकृति भी दरअसल एक वीडियो स्क्रीन है, इसमें भी वीडियो की तस्वीरों को देखा जा सकता है.
अनंत ऊर्जा का स्रोत सूर्य
पृथ्वी के आकार वाली स्क्रीन इस पवेलियन में सूर्य का प्रतीक है. ये एक खास तरह की वीडियो स्क्रीन है जिसके हर हिस्से पर तस्वीरें दिखती है.
गायत्री मंत्र
पवेलियन डिजाइन करने वालों ने भारतीय परंपराओं को प्रकृति के साथ जोड़ने वाली बातों पर खासतौर से ध्यान दिया है.
सम्मेलन कक्ष
पवेलियन में एक सम्मेलन कक्ष भी है जहां लगातार इस बात पर चर्चा होती है कि पर्यावरण की बेहतरी के लिए भारत में क्या कुछ खास हो रहा है.
हरा भरा ग्लोब
इस हरे भरे ग्लोब के जरिये भारत उस सपने को दिखाना चाहता है जो उसने दुनिया के लिए सोचा है, क्या सचमुच धरती ऐसी हो सकती है?
प्रदर्शनी हॉल
इस प्रदर्शनी हॉल में दूसरे देशों और संगठनों के भी पवेलियन है लेकिन भारत का पवेलियन दूर से ही चमकता नजर आ जाता है.