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जर्मनी को लेने हैं कठिन निर्णय

१५ मई २०१०

शुक्रवार को डालर के मुकाबले यूरो की कीमत में भारी कमी के बाद यूरोप के विभिन्न नेताओं ने राष्ट्रीय बजटों में अनुशासन लाने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया है.

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कठिन निर्णयतस्वीर: AP

जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल ने कहा है कि सरकारी घाटे में कमी के लिए जर्मनी को कठिन निर्णय लेने पड़ेंगे. उन्होंने कहा कि घाटे में कमी लाना और साथ ही महत्वाकांक्षी योजनाएं पूरी करना संभव नहीं होगा. उनका इशारा करों में कमी लाने की योजनाओं की ओर था, जिन पर सत्तारूढ़ मोर्चे की साझेदार पार्टी एफ़डीपी ज़ोर देती रही है.

यूरो मुद्रा क्षेत्र के साझेदारों से मैर्केल ने अपील की कि वे वित्तीय अनुशासन लाएं और साथ ही यूरो को स्थिर बनाने के लिए अपनी प्रतिस्पर्धा क्षमता बढ़ाएं. उन्होंने कहा कि अगर यूरो का पतन होता है, तो उसके साथ काफ़ी कुछ का पतन होगा. यह यूरोपीय परियोजना के संपूर्ण आधार को झकझोर देगा.

इस बीच यूरोपीय केंद्रीय बैंक के अध्यक्ष ज़्यां क्लोद त्रिषे ने इस बात से इंकार किया है कि यूरो मुद्रा अटकलबाज़ी का शिकार है. उन्होंने कहा कि वित्तीय बाज़ार द्वितीय विश्वयुद्ध, या शायद पहले विश्वयुद्ध के बाद की सबसे बुरी स्थिति में है. इसलिए अब यूरोप के देशों को अपनी नीतियों में मौलिक परिवर्तन लाना होगा, ताकि सरकारी बजट नियंत्रण में रहें.

शुक्रवार को डालर के मुक़ाबले यूरो की कीमत पिछले 18 महीनों में सबसे कम रही. 1 डालर 23 सेंट की यह दर अक्टूबर, सन 2008 के बाद कभी नहीं देखी गई थी.

यूरो मुद्रा से ग्रीस को अलग करने के सिलसिले में पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए त्रिषे ने कहा कि यह कोई विकल्प नहीं है. अगर कोई देश यूरो में शामिल होता है, फिर उसकी किस्मत बाक़ी सभी सदस्य देशों के साथ जुड़ जाती है.

इस बीच ग्रीस सरकार ने वादा किया है कि जनता का विश्वास जीतने के लिए राजनीति को भ्रष्टाचार से मुक्त किया जाएगा. सरकार के प्रवक्ता जार्ज पेटालोटिस ने कहा कि जनता की तरह सरकार भी चाहती है कि राजनीति और समाज को भ्रष्टाचार से मुक्त किया जाए, ताकि पारदर्शिता लाई जा सके और विश्वास का वातावरण तैयार हो.

ग्रीस की राजधानी में आज ट्रेड यूनियनों की ओर से सरकारी कटौतियों के ख़िलाफ़ फिर से प्रदर्शनों का आयोजन किया गया है. पिछले प्रदर्शनों के दौरान हिंसा भड़क उठी थी व कई लोगों की मौत हो गई थी.

रिपोर्ट: एजेंसियां/उभ

संपादन: ओ जनोटी