जर्मनी को उग्रपंथी खतरा
१८ जून २०१४बर्लिन में घरेलू खुफिया सेवा की वार्षिक रिपोर्ट पेश करते हुए जर्मन गृह मंत्री थोमस दे मेजियर ने देश में राजनीतिक और धार्मिक उग्रवाद से जुड़ी हिंसा के बढ़ने की चेतावनी दी है. खुफिया एजेंसी का कहना है कि इस्लामी कट्टरपंथी सलाफी समुदाय में शामिल होने वाले नौजवानों की तादाद बढ़ी है. इसे सीरिया में बिगड़ते हालात के साथ भी जोड़कर देखा जा रहा है. रिपोर्ट का कहना है कि सीरिया के ट्रेनिंग कैंपों में समय बिता कर करीब 100 लोग जर्मनी वापस लौटे हैं. दे मेजियेर उन्हें जर्मनी के लिए घातक खतरा मानते हैं, "ब्रसेल्स में हुए हमले ने दिखाया है कि सीरिया से वापस लौटने वालों के हमले की संभावना जानलेवा हकीकत बन सकती है."
सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार यूरोप से करीब 2,000 इस्लामी कट्टरपंथी सीरिया गए हैं. उनमें से करीब 320 जर्मनी से हैं. फरफासुंगशुत्स के अनुसार जर्मनी में इस्लामी कट्टरपंथियों की संख्या 43,000 है. घरेलू खुफिया सेवा के प्रमुख हंस गेयॉर्ग मासेन का कहना है कि इस्लामी कट्टरपंथ इस समय जर्मनी के लिए सबसे बड़ा खतरा है. जर्मनी आतंकवादियों के निशाने पर है. सीरिया से वापस लौटे एक इस्लामी कट्टरपंथी ने ब्रसेल्स में यहूदी म्यूजियम में कई लोगों को गोली मार दी थी.
गृह मंत्री ने कहा कि हालांकि दक्षिणपंथी और वामपंथी उग्रवादियों की संख्या में वृद्धि नहीं हुई है लेकिन इन गुटों की बर्बर कार्रवाईयों में तेजी आई है. दे मेजियेर ने दोनों राजनीतिक धड़ों में शारीरिक हिंसा की निंदनीय रुझान की बात कही. जर्मनी में दक्षिणपंथी उग्रवादी मुख्य रूप से विदेशियों को निशाना बनाते हैं. पहले उनके हमले आम तौर पर जुबानी होते थे लेकिन पिछले सालों में शारीरिक हमलों के मामले बढ़े हैं. दे मेजियेर ने कहा कि एक साल पहले के मुकाबले 2013 में विदेशियों के खिलाफ हमलों में 20 फीसदी की वृद्धि हुई है. 2013 में विदेशियों पर हमलों के 473 मामले दर्ज किए गए.
उग्र दक्षिणपंथियों के विपरीत वामपंथी उग्रवादी पुलिस और सुरक्षा अधिकारियों पर हमलों के कारण जाने जाते हैं. गृह मंत्री दे मेजियेर ने कहा, "हम हिंसा में इस वृद्धि को स्वीकार नहीं कर सकते, हम इस पर काबू पाने के लिए सब कुछ करेंगे." जर्मनी की घरेलू खुफिया सेवा बुंडेसआम्ट फ्युर फरफासुंगशुत्स की ताजा रिपोर्ट का कहना है कि उग्र वाम और दक्षिणपंथियों की संख्या 2012 जैसी ही है. देश में उग्र दक्षिणपंथियों की संख्या 9,600 है जबकि उग्र वामपंथियों की गिनती 27,000 है.
एमजेओएसजे (एएफपी, डीपीए)