जर्मनी के कार्निवाल की झांकियां
जर्मनी में राइन नदी पर बसे कई शहरों में फरवरी में कार्निवाल की धूम रहती है. सबसे बड़ी परेड कोलोन में निकलती है, जहां करीब दस लाख लोग जमा होते हैं. राजनीतिक व्यंग्य इसकी खासियत है. इस बार की बेहतरीन झांकियों की तस्वीरें..
हीरो पुतिन
शायद ही कोई साल ऐसा बीतता हो जब रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन का पुतला झांकी में ना लाया जाए. किसी हीरो जैसी पुतिन की बॉडी पर जरूर किसी ना किसी रूप में तंज कसा जाता है. इस बार पुतिन की एक मजबूत बांह पर लिखा है सेना और दूसरी कमजोर बांह पर अर्थव्यवस्था.
ग्रीस की मारी मैर्केल
अंगेला मैर्केल जब से जर्मनी की चांसलर बनी हैं, तबसे उन्हें भी लगातार इन झांकियों में जगह मिलती रही है. ग्रीस का संकट मैर्केल का सिरदर्द बन गया है. यही इस झांकी में भी दिखाया गया है कि कैसे ग्रीस मैर्केल की आंखों में खटक रहा है.
शैतान यूक्रेन
ग्रीस के अलावा यूक्रेन भी मैर्केल की चिंता का एक बड़ा विषय है. इस झांकी में मैर्केल को सफेद कबूतर के रूप में शांति का दूत बताया गया है, जो अकेले ही यूक्रेन संघर्ष से निपट रही हैं.
ये सुई शार्ली
फ्रांस की व्यंग्य पत्रिका शार्ली एब्दो पर हुए हमले को भी कार्निवाल की झांकी में दर्शाया गया है. हालांकि चुटकी लेती हुई एक झांकी को परेड में आने की अनुमति नहीं मिली. इस झांकी में आतंकी द्वारा सर कलम किए जाने के बाद भी शार्ली एब्दो को यह कहते हुए देखा जा सकता है कि व्यंग्य को कोई नहीं मार सकता.
पेगीडा को भगाओ
जर्मनी में पिछले कुछ महीनों से पेगीडा के नाम पर इस्लाम विरोधी रैलियां निकल रही हैं. शार्ली एब्दो के हमले के बाद इस्लाम विरोधी भावना को और भी गहरा होते देखा गया. इस झांकी में पेगीडा के शैतान को देश से निकालने का संदेश दिया गया है.
आतंकवाद का साया
ड्यूसेलडॉर्फ में निकली एक झांकी में इस्लामिक स्टेट आईएस और अल कायदा को एक दूसरे का हाथ थामे दिखाया गया. नेताओं पर व्यंग्य के आलावा कार्निवाल में सामाजिक मुद्दों को उठाने का भी चलन है.
धर्म और आतंकवाद
गांधी जी के तीन बंदरों के सिद्धांत पर बनी यह झांकी बुरा मत देखो, बुरा मत बोलो, बुरा मत सुनो का संदेश तो देती ही है, साथ ही यह भी कहती है कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता.
प्यार भरी पिटाई
हाल ही में पोप ने बयान दिया था कि बच्चों को मारना कोई गलत बात नहीं है, अगर ऐसा हद में रह कर और प्यार की भावना से किया जाए. झांकी में पोप वैटिकन की प्यार भरी पिटाई कर रहे हैं.
इंटरनेट का आकर्षण
कोलोन की यह झांकी युवाओं के इंटरनेट की ओर आकर्षण को दिखाती है. कार्निवाल के परेड के दौरान जोर जोर से अलाफ कह कर पुकारा जाता है और टॉफी चॉकलेट बरसाई जाती हैं. सिर्फ कोलोन में ही 300 टन टॉफी चॉकलेट बरसाई गई.
राजनीति से परे
कार्निवाल में राजनीति और व्यंग्य को जितनी भी जगह मिले, पर आखिरकार यह माहौल होता है मौज मस्ती का और प्यार के इजहार का.