जयललिता: विवादों से घिरी रही हैं 'अम्मा'
जयललिता भारत की सबसे ताकतवर और विवादास्पद राजनीतिक शख्सियतों में से एक हैं. सिनेमा के पर्दे से राजनीति में कदम रखने वाली जयललिता को उनके समर्थक किसी देवी से कम नहीं मानते लेकिन उनका विवादों का भी गहरा नाता रहा है.
जूते और साड़ियां
भ्रष्टाचार के जुड़े मामले में 1996 में जब उनके निवास पर छापा पड़ा तो पुलिस को भारी मात्रा में हीरे जड़ी जूलरी के अलावा 10 हजार से ज्यादा साड़ियां और 750 जोड़ी जूते मिले थे. ‘अम्मा’ कही जाने वाली जयललिता के यहां ये सब मिलना उस वक्त बड़ी सनसनीखेज खबर बनी.
कलर टीवी घोटाला
1996 में जयललिता पर गांवों के लिए कलर टीवी खरीदने में धांधली का आरोप लगा. ग्रामीणों को शिक्षित करने और उनका मनोरंजन करने की योजना के तहत टीवी दिए गए. लेकिन कहा जाता है कि टीवी बहुत अधिक कीमत पर खरीदे गए और इसमें बड़ा हिस्सा अधिकारियों की जेब में गया.
दत्तक पुत्र की शादी
पांच बार तमिलनाडु की मुख्यमंत्री बन चुकीं जयललिता 1995 में तब एकदम राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मीडिया की सुर्खियों में आई जब उन्होंने बड़े ही शानदार तरीके से अपने दत्तक पुत्र सुधाकरन की शादी की थी.
हत्या के केस
जयललिता के पूर्व अकाउंटेंट राजशेखरन की शिकायत पर 1998 में एआईएडीएमके प्रमुख जयललिता, उनकी सहेली शशिकला और अन्य के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कराया. राजशेखरन का कहना है कि जयललिता के निवास पोएस गार्डन पर बुलाकर उनकी जूते और डंडों से पिटाई की गई.
तमिलनाडु कोयला घोटाला
2 अप्रैल 1997 को जनता पार्टी के तत्कालीन अध्यक्ष सुब्रमण्यम स्वामी की शिकायत पर जयललिता के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई. स्वामी ने जयललिता के कार्यकाल में तमिलनाडु बिजली बोर्ड के लिए 7 अरब रुपये के कोयला आयात में अनियमितताओं का आरोप लगाया था.
तानसी जमीन घोटाला
1998 में जयललिता और उनकी सहेली शशिकला समेत कई लोगों का नाम तानसी जमीन घोटाले में सामने आया. इस मामले में जयललिता को दो साल की जेल हुई थी और 2001 में उन्हें मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ा और वह विधानसभा चुनाव नहीं लड़ सकी थीं.
सत्ता का दुरुपयोग
27 सितंबर 2014 को जयललिता को 1991 से 96 के अपने कार्यकाल के दौरान सत्ता के दुरुपयोग का दोषी पाया गया और उन्हें मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ा. उन्हें 66.65 करोड़ की राशि अवैध रूप से हासिल करने का दोषी पाया गया. बाद में कर्नाटक हाई कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया और फिर से उन्हें सत्ता मिल गई.