जयपुर साहित्य सम्मेलन
जयपुर साहित्य सम्मेलन को दुनिया का सबसे बड़ा साहित्य सम्मलेन माना जाता है. विरोध के कारण सलमान रुश्दी जैसे लेखकों को वहां आने से रोकने जैसे विवाद भी हुए हैं और इस तरह के विवादों के चलते वह सुर्खियों में भी रहा है.
जयपुर साहित्य सम्मेलन में इस बार फिल्मी साहित्यकारों की धूम रही. लेकिन गुजरे जमाने की अदाकारा वहीदा रहमान भी सम्मेलन में आईं.
फिल्म लेखक और शायर जावेद अख्तर ने सम्मेलन में कहा कि अगर हम दर्शकों या श्रोताओं की इच्छा को समझ जाएं तो लेखन “गुड से बेस्ट” हो जायेगा.
क्या साहित्य का व्यापार हो जाना अच्छे लेखन की हत्या कर रहा है? जयपुर साहित्य सम्मेलन में लेखकों और पाठकों ने इस पर चर्चा की.
पाठकों के लिए जयपुर साहित्य सम्मेलन अपने प्रिय लेखकों से मिलने का मौका ही नहीं होता, नई नई किताबें देखने और खरीदने का भी.
प्रसून जोशी ने कहा कि जब लिखा नहीं जाता था तब भी कविता थी. उनके अनुसार फिल्मी गीतों का उद्देश्य उन पर “डांस” करना ही नहीं है.
नोबेल पुरस्कार विजेता वीएस नॉयपाल मे जयपुर साहित्य सम्मेलन में नियमित रूप से आते रहे हैं. वे इस बार भी आए.
फिल्म अभिनेता नसीरउद्दीन शाह और गिरीश कर्नाड एक साथ मंच पर उपस्थित थे. जब नसीर फिल्म इंस्टीट्यूट में थे तो कर्नाड वहां के डायरेक्टर थे.
मशहूर फिल्म और थिएटर अभिनेता नसीरउद्दीन शाह जयपुर में "और फिर एक दिन" नामक अपनी आत्मकथा बाँचते नजर आए.