जयपुर साहित्य सम्मेलन 2016
9वां जयपुर साहित्य सम्मेलन संपन्न हो गया. इस बार करण जौहर, काजोल और गुलजार समेत बॉलीवुड की कई हस्तियों ने इसमें शिरकत की. देखें सम्मेलन की कुछ झलकियां.
डिग्गी पैलेस
एशिया का सबसे बड़ा कहा जाने वाला यह साहित्य कुंभ अपने छोटे से आयोजन स्थल "डिग्गी पैलेस" को लेकर अक्सर विवादों में रहता है और इस बार तो इस स्थान को बदलने के लिए कोर्ट में अर्जी भी लगायी गयी लेकिन ऐन वक्त पर आयोजन की इजाजत मिल ही गयी.
शब्दों का उत्सव
राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने पिछले सालों की तरह इस बार भी सम्मलेन का उद्घाटन किया. बीजेपी शासित राज्य में देश में चल रही सहिष्णुता बहस के साए में हुए जयपुर साहित्य सम्मेलन का इस बार का आदर्श वाक्य था "शब्दों का उत्सव".
शोभा डे के साथ करण जौहर
जयपुर साहित्य सम्मलेन हो और विवाद न हो ऐसा हो ही नहीं सकता. सम्मलेन के पहले ही दिन निर्माता निर्देशक करण जौहर ने लेखिका शोभा डे के साथ बातचीत में असहिष्णुता का ऐसा मुद्दा उठाया जिस की गूंज सम्मलेन के पांचों दिन सुनाई देती रही. कुछ शांत पड़ गए विवाद को फिर से हवा मिली.
लेखक रस्किन बांड
सम्मलेन में शामिल ज्यादातर लेखक यह कहते नजर आए कि भारत में असहिष्णुता बढ़ गयी है और कुछ लेखकों द्वारा लौटाए गए अवार्ड का फैसला सही फैसला था परन्तु ख्यातिनाम लेखक रस्किन बांड ने इसे नकार दिया और कहा कि अवार्ड लोगो का प्यार है जिसे लौटाना उन का अपमान है.
प्लूटो की वापसी
गुलजार इस बार दो साल बाद सम्मलेन में शामिल हुए अपने कविता संग्रह "प्लूटो " पर चर्चा के साथ. इस में प्लूटो ग्रह को सोलर सिस्टम से निकाले जाने के दर्द का वर्णन है. अब जब नासा ने प्लूटो को फिर सोलर सिस्टम में शामिल कर लिया है तो गुलजार ने चुटकी लेते हुए कहा कि वे अब "प्लूटो की वापसी" पर कविताएं लिखेंगे.
लिटरेचर वर्सिस सिनेमा
जावेद अख्तर, नंदना देव सेन, शशि थरूर और अनुजा चौहान एक गोष्ठी में शामिल हुए जिस का शीर्षक था "लिटरेचर वर्सिस सिनेमा - इंफ्लुएंस इन शेपिंग ब्यूटी". अख्तर ने जया भादुड़ी और जीनत अमान को सुंदरता के मायने बदलने वाली हस्तियां बताया तो थरूर का कहना था कि पाठक खुद किरदारों की छवि अपने मन में तैयार करता है.
काजोल का शगल
बॉलीवुड एक्ट्रेस काजोल ने भी इस बार साहित्य सम्मलेन को सम्बोधित किया. अपने खाली वक्त में किताबें पढ़ना काजोल का शगल है. उन्होंने बताया कि अजय देवगन से उन्होंने शादी इसी शर्त पर की कि वे उन्हें एक लाइब्रेरी बना कर देंगे. आज, उनके घर में तीन लाइब्रेरी हैं.
तनूजा का शौक
बेटी काजोल को सुनने वालों में बीते जमाने की अदाकारा और उनकी मां तनूजा भी मौजूद थीं. बेटी को भला पढ़ने की आदत कहां से मिले. तनूजा भी किताबों की खासी शौकीन हैं और उन के कलेक्शन में चार सौ से ज्यादा किताबें शामिल हैं.
खेलों पर भी चर्चा
जयपुर साहित्य सम्मेलन प्रख्यात लेखकों और बॉलीवुड के स्टारों के कारण चर्चा में रहता है. इस बार सम्मलेन में खेलों पर भी चर्चा हुई और इस में शामिल हुए क्रिकेटर अनिल कुंबले और फुटबॉल खिलाडी बाइचुंग भूटिया.
भोजन का आनंद
नाटककार और अभिनेता गिरीश कर्नाड नियमित रूप से जयपुर के साहित्य सम्मेलन में हिस्सा लेते हैं. वे इस साल भी सम्मेलन में शामिल हुए और किताबों के साथ लजीज भोजन का आनंद उठाते दिखे.
किताबें
ट्विटर पर एक सौ चालीस शब्द भी पूरे लिख पाने में असमर्थ भारत की मौजूदा पीढ़ी को किताबे खरीदते देखना खासा सकून देता है. जयपुर लेखकों को अपने पाठकों से और पाठकों को लेखकों से मिलने का मौका देता है.