छुरी की धार से तराशा सौंदर्य
सुंदर दिखने के लिए दुनिया भर में हर साल करीब 1 करोड़ ऑपरेशन किए जाते हैं. जर्मनी में 3 लाख लोग इसलिए छुरी की धार के नीचे आते हैं कि वे और सुंदर दिख सकें. सबसे अधिक लोकप्रिय है इन दस अंगों की प्लास्टिक सर्जरी.
10. स्तन छोटा करवाना
जिन महिलाओं का स्तन काफी बड़ा होता है, उन्हें बड़ी परेशानी होती है. सिर्फ उसके भार की वजह से ही नहीं जो गले और रीढ़ की हड्डी के दर्द का कारण बन सकता है. बहुत सी महिलाओं के लिए भारी छाती सौंदर्य से भी जुड़ी होती है क्योंकि इसकी वजह से सही ड्रेस ढूंढना मुश्किल हो जाता है. सर्जरी के दौरान छाती के टिशू, वसा और चमड़े को हटाया जाता है.
9. अंतरंग हिस्से में सुधार
सौंदर्य की बात हो तो जननांग कहां पीछे छूटने वाले हैं. सौंदर्य प्रसाधनों के प्रचार के साथ जननांग से असंतुष्ट महिलाओं की संख्या भी बढ़ रही है. दूसरी ओर साइकिल चलाने या पैदल चलने में तकलीफ की वजह से जननांग के इलाकों मे ऑपरेशन कराए जाते हैं. आम तौर पर गर्भ या उम्र बढ़ने के कारण बढ़े अंदरूनी या बाहरी लेबिया को छोटा कराया जाता है.
8. नुकीली नाक
शायद ही किसी और प्लास्टिक सर्जरी से चेहरे को इतना बदला जा सकता है जितना नाक की सर्जरी से. नाक चेहरे को विशिष्टता देता है और इसलिए उसे बदला जाए तो चेहरा काफी बदल जाता है. यह तकनीकी रूप से बहुत ही मुश्किल ऑपरेशन होता है, जिसका अंत हमेशा संतुष्टि में नहीं होता. इसलिए डॉक्टर भी कहते हैं कि यह नाक का ऑपरेशन बहुत सोच समझ कर करवाना चाहिए.
7. होठों की लाली
मोटे, कामुक होठों की चाह आज आम हो गई है. आम तौर पर पतले होठों को मोटा करने के लिए हाइलुरोनिक एसिड इंजेक्ट किया जाता है, लेकिन ज्यादा समय तक टिकता नहीं. होठों को स्थायी रूप से मोटा करने के लिए सिलिकन तेल या माइक्रो इम्प्लांट का इस्तेमाल होता है, जिसे शरीर अपने ऊतकों से बांध देता है. इसमें भी सावधानी की जरूरत होती है क्योंकि ऑपरेशन विफल रहा तो चेहरा खराब हो सकता है.
6. स्तन को कसना
सुडौल, कसीले और अच्छे आकार वाले स्तनों को सौंदर्य और नारीत्व की अभिव्यक्ति माना जाता है. लेकिन सच तो यह है कि समय बीतने के साथ चमड़े का लचीलापन बढ़ता है. खासकर कई बच्चों के पैदा होने के बाद स्तन ढीला हो जाता है. ब्रेस्ट लिफ्टिंग के जरिये लटक गए स्तन को फिर से उसके पुराने सुडौल आकार में लाया जा सकता है.
5. पेट की लिफ्टिंग
खाने और कसरत पर ध्यान न दें तो वजन बढ़ता है. वजन ज्यादा गिरने, बच्चे के पैदा होने या उम्र बढ़ने के साथ चमड़े का लचीलापन बढ़ने के साथ पेट की खाल लटक जाती है. अक्सर यह स्पोर्ट्स करने के बावजूद ठीक नहीं होता. प्लास्टिक सर्जरी के जरिये पेट के चमड़े को फिर से टाइट किया जाता है. इसके लिए चमड़े के अलावा वसा के टिशू को हटा दिया जाता है.
4. गले, माथे और चेहरे की लिफ्टिंग
पहले लोग झुर्रियों को हटाने के लिए फेस लिफ्टिंग का सहारा लेते थे. अब उसकी जगह दूसरी तकनीकों ने ली है जिनकी मदद से चेहरे के खास हिस्सों को लिफ्ट किया जाता है. इसमें मनचाही जगहों से वसा को हटाया जाता है जो स्पोर्ट या डायटिंग के बावजूद नहीं जाते. चमड़े को टाइट करने वाले धागे अभी ट्रेंड में हैं.
3. लिपोसक्शन
एस्थेटिक प्लास्टिक सर्जरी में दुनिया भर में सबसे ज्यादा होने वाला ऑपरेशन लिपोसक्शन है. यह ऑपरेशन वजन घटाने के लिए उपयुक्त नहीं है. इसकी मदद से पेट या नितंब पर जमा वसा को हटाया जाता है जो कसरत या डायटिंग के बावजूद नहीं हटते. विशेष लोशन इंजेक्ट कर पहले वसा के टिशू को गला दिया जाता है, फिर उसे बाहर निकाल लिया जाता है.
2. पलकों की सर्जरी
महिलाओं और पुरुषों के बीच सबसे ज्यादा होने वाली सर्जरी पलकों की है. लटकी हुई पलकों की वजह से लोग थके और उनींदे दिखते हैं. अपेक्षाकृत आसान ऑपरेशन की मदद से अतिरिक्त चमड़े को काट दिया जाता है. नतीजा होता है चमकता दमकता चेहरा और जीवंत बोलती आंखें.
1. स्तन को बढ़ाना
बड़े स्तन की तरह छोटे स्तन भी कई महिलाओं की परेशानी का कारण बनते हैं. जर्मन प्लास्टिक सर्जरी सोसायटी के अनुसार जर्मनी में इम्प्लांट का इस्तेमाल कर छाती बढ़ाना सबसे लोकप्रिय है. सुंदरता के इस समय लोकप्रिय पैमानों की वजह से युवा महिलाएं बढ़ती तादाद में सुंदर दिखने कलिए स्तन की प्लास्टिक सर्जरी करवा रही हैं.