चेन्नई सुपर किंग्स पर डेयरडेविल्स की जीत
१६ अप्रैल २०१०चेन्नई सुपर किंग्स ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाज़ी करने का फ़ैसला किया लेकिन उसकी रन गति कभी भी रफ़्तार नहीं पकड़ पाई. 20 ओवर में चेन्नई की टीम 9 विकेट खोकर महज़ 112 रन ही बना सकी. 113 रन का लक्ष्य डेयरडेविल्स के लिए ज़्यादा नहीं लग रहा था लेकिन शुरुआत में ही विकेट खो देने से उसकी पारी भी दबाव में आ गई.
पहले अश्विन ने वॉर्नर को शून्य पर ही चलता किया, कुछ ही देर में वीरेंद्र सहवाग भी पैवेलियन लौट गए. सहवाग सिर्फ़ चार रन ही बना पाए. श्रीलंका के स्टार बल्लेबाज़ दिलशान से उम्मीद थी लेकिन उनकी पारी 1 रन से आगे नहीं बढ़ पाई. उन्हें बोलिंगर ने बोल्ड आउट किया. दिनेश कार्तिक कुछ देर रूके ज़रूर लेकिन 13 रन पर जब वह आउट हुए तो डेल्ही डेयरडेविल्स की टीम संघर्ष करती नज़र आ रही थी.
38 रन पर चार विकेट गिरने के बाद मैच संभालने की ज़िम्मेदारी कप्तान गौतम गंभीर की थी और उन्होंने उसे बख़ूबी निभाया. मिथुन मिन्हास के साथ साझेदारी कर गंभीर ने पारी को आगे बढ़ाया.
डेयरडेविल्स का उसके बाद कोई विकेट नहीं गिरा और टीम ने जीत के लिए ज़रूरी 113 रन 19वें ओवर में बना लिए. गंभीर ने 56 गेंदों में 5 पांच चौकों की मदद से 57 रन बनाए जबकि मिन्हास 25 रन बना कर नाबाद रहे. चेन्नई की ओर से बोलिंगर ने दो विकेट लिए.
इससे पहले चेन्नई की बल्लेबाज़ी की कमर आशीष नेहरा ने तोड़ दी और अन्य गेंदबाज़ों ने भी नेहरा का अच्छा साथ दिया. दो विकेट तो सहवाग ने ही झटके जबकि नेहरा ने 26 रन देकर चेन्नई के तीन बल्लेबाज़ों को आउट किया. चेन्नई की ओर से बद्रीनाथ ने 30 रन बनाए जबकि सुरेश रैना और माइक हसी ने 15-15 रन बनाए. चेन्नई की टीम 9 विकेट खोकर 20 ओवर में 112 रन ही बना पाई.
गुरुवार को मैच में जीत के बाद डेयरडेविल्स की 13 मैचों में यह सातवीं जीत है और 14 अंकों के साथ उसका सेमीफ़ाइनल में पहुंचना पक्का माना जा रहा है. आख़िरी लीग मैच में उसका डेक्कन चार्जर्स से सामना होना है. इस हार के बावजूद चेन्नई अभी सेमीफ़ाइनल की दौड़ से बाहर नहीं हुआ है और 13 मैचों में उसके 12 अंक हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: आभा मोंढे