चेक रिपब्लिक का 'नटवरलाल'
७ अप्रैल २०१४यह पुराना ठग पिछले साल जून महीने में चेक पुलिस की गिरफ्त से भागा था. तबसे गायब व्लादिमीर प्रोकोप नामके इस ठग के बारे में सुराग मिलते ही इस बार जब पुलिस उसे पकड़ने पहुंची तो वह फिर से फिल्मी अंदाज में भाग निकला. पिछले दरवाजे से निकल कर उसने टैक्सी पकड़ी और पुलिस की आंखों के सामने रफूचक्कर हो गया.
चेक गणराज्य के एक मीडिया चैनल, टेलिविजन नोवा में आई रिपोर्टों के हवाले से एक समाचार एजेंसी ने यह खबर दी है कि प्रोकोप ने फर्जी पहचान बताकर एक बड़े संग्रहालय, नेशनल एग्रिकल्चर म्यूजियम में मुख्य अर्थशास्त्री की नौकरी ली. पुलिस को जब तक उसके बारे में पता चला, तब तक वह करीब 10 मिलियन चेक क्राउन यानि लगभग पांच लाख अमेरिकी डॉलर चुरा चुका था. यह धन संग्रहालय के सालाना बजट का करीब एक तिहाई है. चुराई गई ज्यादातर धनराशि प्रोकोप के फ्लैट में प्लास्टिक के बैग में भर भर कर रखी हुई मिली.
संग्रहालय के प्रवक्ता, लुबोमीर मारसिक ने बताया, "वह एक बहुत ही साधारण और आज्ञाकारी किस्म का आदमी था. किसी को भी नहीं लगा था कि वह इतना बड़ा ठग निकलेगा." प्रोकोप ने वहां नौकरी हासिल करने के लिए एक नकली पहचान बनाई. उसने खुद को एक प्रशिक्षित अर्थशास्त्री के तौर पर पेश किया. हैरानी की बात है कि वह इतने दिनों तक नौकरी कर पाया और किसी को उसके काम काज पर शक नहीं हुआ. प्रसिद्ध हॉलीवुड फिल्म 'कैच मी इफ यू कैन' के नायक ने भी ऐसे ही एक बहरूपिए ठग का किरदार निभाया है. पुलिस प्रोकोप के फोन पर संपर्क करने की भी कोशिश कर रही है लेकिन उस पर कोई जवाब नहीं दे रहा.
प्रोकोप पिछले साल जून में भागने से पहले जेल में बंद था. उसे 10 मिलियन चेक क्रोन के गबन के आरोप में सजा सुनाई गई थी. इस ठग ने वह रकम प्राग के एक इवांजेलिक चर्च से गायब की थी. तब प्रोकोप उस चर्च में विदेशों से आने वाले अनुदान की राशि की देखरेख का काम करता था.
आरआर/एएम (रॉयटर्स)