चुनाव में इन हारों को देख कर चौंक गई बीजेपी
2014 के आमचुनाव में सफलता के साथ ही बीजेपी ने बीते 4 सालों में अपना दायरा 21 राज्यों तक फैला दिया.फिर भी उसे कुछ करारी हारों का भी मुंह देखना पड़ा. यहां देखिए बीजेपी को चौंकाने वाली हारों को.
दिल्ली (फरवरी 2015)
आम चुनाव में जबर्दस्त जीत हासिल कर केंद्र की सत्ता पर काबिज होने वाली बीजेपी को उसकी नाक के नीचे दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने पूरी तरह से परास्त कर चौंका दिया.
बिहार (नवंबर 2015)
कई सालों से नीतीश कुमार के साथ गठबंधन में सरकार चला रही बीजेपी ने बिहार विधानसभा के चुनाव में आरजेडी और जेडीयू की ताकत को कम आंका और मुंह की खाई.
पंजाब (मार्च 2017)
बीजेपी यहां अकाली दल के साथ गठबंधन में जूनियर सहयोगी के तौर पर सरकार चला रही थी लेकिन यहां कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को चुनाव में कामयाबी मिली. बिहार के बाद यह दूसरा प्रमुख राज्य था जहां बीजेपी को सत्ता से बाहर होना पड़ा.
राजस्थान उप चुनाव (फरवरी 2018)
हाल ही में राजस्थान के लोकसभा उपचुनाव में भी बीजेपी को हार का मुंह देखना पड़ा. अलवर और अजमेर की सीटों पर कांग्रेस ने उसके उम्मीदवारों को हरा दिया.
मध्य प्रदेश उप चुनाव (फरवरी 2018)
हाल ही में मध्य प्रदेश के विधानसभा उपचुनाव में भी बीजेपी हार गई. शिवराज सिंह चौहान के व्यापक प्रचार अभियान के बावजूद मंगावली और कोलारास की सीटें कांग्रेस के पास ही रहीं. राज्य में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं.
बिहार उप चुनाव (मार्च 2018)
लालू यादव के जेल में रहने से शायद बीजेपी ने अररिया लोकसभा सीट और दो विधानसभा सीटों भभुआ और जहानाबाद पर हुए उपचुनाव को आसान समझ लिया था लेकिन आरजेडी अपनी दोनों सीटों को बचाने में कामयाब रही है, बीजेपी सिर्फ अपनी भभुआ सीट को बरकरार कर रख पाई.
यूपी उपचुनाव (मार्च 2018)
उत्तर प्रदेश के उपचुनाव में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य की खाली हुई गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीटें भी बीजेपी अपने पास नहीं रख सकी है. बहुत कम मतदान होने पर भी समाजवादी पार्टी ने बीएसपी के सहयोग से बड़ी जीत हासिल की.