चीन दौरे के लिए तैयार मोदी
१३ मई २०१५प्रधानमंत्री मोदी तीन दिवसीय चीन यात्रा के लिए रवाना हो रहे हैं. इसे भारत और चीन संबंधों के लिए एक अहम कदम माना जा रहा है और पूरी दुनिया की नजरें इस वक्त मोदी और शी जिनपिंग की मुलाकात पर टिकी हुई हैं. मोदी ने नई दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, "चीन और भारत को दुनिया में शांति और स्थिरता लाने के लिए एक दूसरे का हाथ थामना होगा. वक्त की हमसे यही मांग है."
वहीं चीन के विदेश मंत्रालय ने भी आज बयान जारी कर कहा है, "भारत और चीन एक साथ बहुत कुछ हासिल कर सकते हैं."चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग पिछले साल सितंबर में भारत गए थे और तब उन्होंने20 अरब डॉलर के निवेश समझौतेतय किए. अब मोदी की चीन यात्रा से भी कई नए आर्थिक समझौतों पर सहमति की उम्मीद नजर आ रही है.
गौरतलब है कि मोदी ने अपने नगर अहमदाबाद में शी जिनपिंग का स्वागत किया था. अब जिनपिंग ने भी मोदी को अपने शहर शियान में आमंत्रित किया है. उनका दौरा वहीं से शुरू होगा. भारत और चीन के बीचलंबे समय से चले आ रहे सीमा विवाद के बावजूद दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों में अच्छे संबंध दिखाई पड़ रहे हैं. उम्मीद की जा रही है कि इन रिश्तों का असर बेहतर आर्थिक नीति पर भी पड़ेगा.
अमेरिका का दावा है कि 2030 तक चीन और भारत दुनिया की दूसरे और तीसरी सबसे प्रमुख अर्थव्यवस्थाएं होंगी. नई दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटीके श्रीकांत कोंडापल्ली का भारत और चीन के पारस्परिक सहयोग के बारे में कहना है, "भारत निवेश चाहता है और चीन के पास धन है. यह दोनों ही देशों के लिए फायदे का सौदा है."
मोदी चीन में भी अपने मेक इन इंडिया अभियान का प्रचार करेंगे. सोशल मीडिया पर अत्यंत सक्रिय मोदी ने चीन जाने से पहले चीनी वेबसाइट वाइबो पर अपना अकाउंट भी बना लिया है,जो कि चीनी में ही है और जहां कुछ ही दिनों में उनके हजारों फैन्स भी बन गए हैं.
शुक्रवार को राष्ट्रपति के साथ औपचारिक बातचीत के बाद मोदी शनिवार को शंघाई पहुंचेंगेजहां वे भारतीय समुदाय को संबोधित करेंगे. माना जा रहा है कि यह चीन में भारतीयों का अब तक का सबसे बड़ा जमावड़ा होगा. साथ ही मोदी भारत में निवेश में रुचि लेने वाले चीनी व्यापारियों से भी मुलाकात करेंगे. इसमें अलीबाबा के जैक मा भी शामिल हैं.
भारत के प्रधानमंत्री के रूप में यह मोदी का पहला चीन दौरा है लेकिन गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में वे इससे पहले दो बार चीन जा चुके हैं.
आईबी/एमजे (पीटीआई, डीपीए, एएफपी)