चीन की बाढ़ में 1300 लापता
९ अगस्त २०१०प्रधानमंत्री वेन जियाबाओ ने इलाके का दौरा करने के बाद राहत में जुटे अधिकारियों से कहा "मलबे में कई लोग दबे हुए हैं इस वक्त उनकी ज़िंदगी बचाना हमारी सबसे बड़ी चुनौती है." सरकारी समचारा एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक सेना के कुछ जवान धमाकों के जरिए मलबे के एक ढेर को बिखेरने की कोशिश में है जिससे कि बाइलोंग नदी का रास्ता साफ किया जा सके.
अभी बाढ़ का पानी और बढ़ने की आशंका है. मलबे के इसी ढेर से यहां एक झील जैसा गड्ढा बन गया है. इसमें भरा पानी उफन कर आसपास के इलाको को डूबो रहा है. झील से उफने पानी ने भारी तबाही मचाई यहां तक कई बहुमंजिली इमारतों का भी कुछ हिस्सा ढह गया या फिर कीचड़ में समा गया.
शुरुआती खबरों में 88 लोगों के घायल और 1200 से ज्यादा लोगों के लापता होने की बात कही गई है. बाढ़ अपने साथ करीब 18 लाख क्यूबिक मीटर कीचड़ और मलबा लेकर आई और बाइलोंग घाटी के तीन गांवों को अपनी आगोश में लेकर लील गई.बाइलोंग घाटी का इलाका पूरे चीन के एक तिहाई हिस्से में फैला है. पूरे इलाके में कोई इमारत साबुत नहीं बची है. गांववालों के मुताबिक सैकड़ों परिवार या तो मलबे में दब गए या फिर पानी के साथ बह गए.
राहत में लगी एजेंसियों का कहना है कि मरने वालों की तादाद अभी और बढ़ सकती है. अस्पताल में इलाज करा रहे 70 मरीजों में 30 की हालत बेहद गंभीर है. लोगों के इलाज में भी दिक्कत आ रही है क्योंकि कीचड़ के रेले में यहां के कम से कम 10 डॉक्टर भी लापता हो गए हैं.
इस साल अप्रैल से अब तक चीन में आई बाढ़ और भूस्खलन से 1500 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः ए जमाल