चिकन करी में चूहा, बांग्लादेश में बवाल
८ दिसम्बर २०१०चिकन करी की प्लेट में चूहे का सिर मिलने का यह का मामला उस समय सामने आया जब सोमवार को एक छात्र दोपहर का खाना खाने के बाद बीमार पड़ गया. राजशाही यूनिवर्सिटी में सुरक्षा प्रमुख चौधरी मोहम्मद जकारिया ने बताया, "हमने मामले की जांच शुरू कर दी है कि क्यों चूहे का मांस परोसा गया." उन्होंने बताया कि कैंटीन को अस्थायी तौर पर बंद कर दिया गया है और शेफ को नौकरी से निकाल कर पुलिस को सौंप दिया गया है.
जकारिया का कहना है कि यह अभी साफ नहीं है कि यह घटना अंजाने में हुई या जानबूझ कर ऐसा किया गया. राजशाही यूनिवर्सिटी में 25 हजार छात्र पढ़ते हैं और यह देश की दूसरी सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी है. चिकन करी में चूहा मिलने पर छात्रों ने तीखा विरोध प्रदर्शन किया है. वे कैंटीन में खाने की कीमतें बढ़ाए जाने से पहले ही नाराज बताए जाते हैं. ढाका यूनिवर्सिटी के पोषण संस्थान की हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि देश भर की यूनिवर्सिटी कैंटीनों में परोसे जाने वाला खाना घटिया क्वॉलिटी का होता है जिसे बनाते वक्त साफ सफाई का भी ध्यान हीं रखा जाता.
बांग्लादेश में चूहे बहुत आम बात हैं जिनकी वजह से हर साल फसलों को काफी नुकसान होता है. सितंबर 2009 में बांग्लादेश के एक किसान को चूहे पकड़ने के लिए इनाम दिया गया. दरअसल मोखुरुल इस्लाम की टीम ने एक महीने 80 हजार से ज्यादा चूहों को मारा. उन्हें ढाका में हुए एक समारोह के दौरान इनाम के तौर पर रंगीन टीवी दिया गया. इस समारोह में 500 किसानों ने हिस्सा लिया.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः एस गौड़