अमेरिका ने इतनी सालों पहले अपने अपोलो मिशन पर जितना खर्च किया, अगर उसे आज के हिसाब से कन्वर्ट करेंगे तो खर्च आएगा 100 अरब डॉलर. इसके विपरीत भारत ने इतने कम दाम में चंद्रयान बनाया कि अमेरिका जैसे देश हैरान रह गए. लेकिन चांद पर पहुंच कर रोवर या फिर एस्ट्रोनॉट को आखिर करना क्या होता है?