घाटी में और दो मौतें, आज काला दिवस
१५ अगस्त २०१०कर्फ्यू का उल्लंघन करने सड़कों पर उतरे लोगों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस, लाठी चार्ज और कहीं कहीं गोली का इस्तेमाल भी किया. एक पुलिस अधिकारी ने बताया, "शनिवार को अनंतनाग में एक युवक की मौत हो गई. मौत उस समय हुई, जब पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के पथराव को देखते हुए अपनी सुरक्षा के लिए गोली चलाई."
वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि वे शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे, तभी पुलिस ने अंधाधुंध गोलियां चला दीं, जिसके कारण में ये मौतें हुईं. श्रीनगर के बाहरी इलाके नाराबल में भी प्रदर्शनकारियों के पथराव के जवाब में पुलिस की गोली लगने से एक युवक की मौत हो गई. चश्मदीदों का कहना है कि प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की बस पर हमला किया.
पुलिस ने इन दोनों मौतों की पुष्टि की है लेकिन यह भी कहा है कि इस बारे में जानकारी जमा की जा रही है. शुक्रवार को भारत विरोधी प्रदर्शनों के दौरान सुरक्षा बलों की कार्रवाई में चार लोगों की मौत के बाद कर्फ्यू लगाया गया था. रविवार को भारत के स्वतंत्रता दिवस को देखते हुए भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.
उधर अलगावादियों ने भारतीय स्वतंत्रता दिवस को काला दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया है. हुर्रियत नेता मीरवाइज उमर फारुक और सैयद अली शाह गिलानी के आह्वान पर घाटी में पूरी तरह हड़ताल रहेगी. इन दोनों नेताओं ने अलग अलग बयान जारी कर पाकिस्तान के बाढ़ पीड़ितों के साथ एकजुटता दिखाई. साथ ही, 14 अगस्त को पाकिस्तान के स्वंतत्रता दिवस के मौके पर वहां की स्थिरता, समृद्धि और प्रगति के लिए दुआ की.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः एन रंजन