गुजरात में आदिवासी कार्यकर्ता की हत्या
२१ जुलाई २०१०मंगलवार शाम को अहमदाबाद में ठीक गुजरात हाईकोर्ट के सामने अमित जेठवा की हत्या कर दी गई. अभी तक पता नहीं चला है कि इस हत्या के पीछे कौन हैं. पुलिस ने कहा है कि कुछ अज्ञात व्यक्ति मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए और उन्होंने गोली चलाना शुरू किया. जेठवा अपने वकील से मिलने के बाद बाहर अपनी गाड़ी की ओर बढ़ रहे थे. पेट में गोली लगने के बावजूद उन्होंने हमलावरों को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वे मोटर सायकिल से भाग गए. पुलिस इंस्पेक्टर एचएम कुंडलिया के अनुसार जेठवा की घटनास्थल पर ही मौत हो गई. प्राप्त सूचनाओं में यह नहीं कहा गया है कि हत्यारों की संख्या कितनी थी.
अमित जेठवा गिर नेचर यूथ क्लब के अध्यक्ष भी थे. जूनागढ़ ज़िले में गिर के जंगल को भारतीय शेरों का आखिरी बसेरा माना जाता है, जिनकी संख्या लगातार गिरती जा रही है. इस इलाके में अवैध खनन का बोलबाला है, जिसमें वन विभाग के अधिकारी भी शामिल बताए जाते हैं. जेठवा ने गुजरात हाईकोर्ट में प्रदेश के वन विभाग के ख़िलाफ़ कई याचिका दायर की थी. साथ ही उनकी ओर से कई जनहित याचिकाएं भी दायर की गई थीं. माना जा रहा है कि उनकी हत्या इन विवादों से जुड़ी हुई है.
पुलिस की ओर से कहा गया है कि वह खुले दिमाग के साथ इस मामले की जांच कर रही है. अहमदाबाद पुलिस के सह आयुक्त सतीश शर्मा ने कहा कि अभी तक कोई पक्ष स्पष्ट रूप से नहीं उभरा है, लेकिन वे सभी संभावनाओं पर गौर कर रहे हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/उभ
संपादन: ओ सिंह