गधी के दूध की बढ़ी मांग, हजारों में मिलता है एक लीटर
दक्षिण पूर्वी यूरोप के देश मोंटेनीग्रो में इन दिनों गधी के दूध की मांग खासी बढ़ गई है. इस दूध को बेहद स्वास्थ्यवर्धक बताया जा रहा है और एक लीटर 50 यूरो यानी साढ़े तीन हजार रुपए तक में बिक रहा है.
नई जिंदगी
समाचार एजेंसी एएफपी ने खबर दी है कि गधी के दूध की बढ़ती मांग को देखते हुए मोंटेनीग्री में गधों को एक नई जिंदगी मिल गई है.
सेहत के लिए
गधी का दूध खरीदने वालों का कहना है कि यह सेहत के लिए बहुत ही अच्छा होता है.
कम मिलता है दूध
डारको बताते हैं कि गधी से उतना दूध हासिल नहीं किया जा सकता है जैसे गाय और भैंस से मिलता है. यह जानवर बहुत कम मात्रा में दूध देता है.
त्वचा के लिए फायदेमंद
गधों के एक फार्म के मालिक डारको स्वेलजिक का कहना है, “ये दूध त्वचा के लिए बहुत अच्छा होता है. और इसके इस्तेमाल से कई बीमारियों से बचा जा सकता है.”
फायदा हुआ
वेलेरिया मार्कोविक नाम की महिला का कहना है कि उनके बेटे को कई तरह की एलर्जी थी और गधी के दूध से उनके बेटे को काफी फायदा हुआ है.
गधी के दूध से स्नान
वेलेरिया का कहना है कि उन्होंने ये भी सुन रखा है कि दुनिया में सुंदरता की मिसाल कही जाने वाली क्लियोपेट्रा गधी के दूध से नहाती थी.
रिसर्च के संकेत
साइप्रस यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर फोटिस पापादेमस का कहना है कि रिसर्च से पुख्ता संकेत मिलते हैं कि कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों के लिए गधी का दूध फायदेमंद होता है.
सबसे महंगा चीज
वैसे गधी के दूध को मोंटेनीग्रो के पड़ोसी देश सर्बिया में भी पसंद किया जाता है. वहां इससे बने 50 ग्राम चीज को लगभग 48 यूरो में बेचा जाता है. इसे दुनिया का सबसे महंगा चीज माना जाता है. (फोटो सांकेतिक है)
कितने गधे हैं?
मोंटेनीग्रो में 2010 के आंकड़ों के मुताबिक गधों की संख्या 500 थी. लेकिन गधों के एक फार्म के मालिक डारको का कहना है कि अब सिर्फ 150 गधे बचे हैं.
मशीनों ने ली जगह
वो बताते हैं कि दशकों पहले मोंटेनीग्रो में लगभग हर घर में गधे पाए जाते थे, लेकिन वक्त के साथ इनकी जगह काम करने के लिए मशीनें इस्तेमाल की जाने लगीं.
उम्मीद
वो उम्मीद करते हैं कि इस जानवर के प्रति अब लोगों में जागरूकता पैदा होगी जिससे इसे बचाने में मदद मिलेगी.